वॉशिगटन: विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं। शुक्रवार को उन्होंने अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी बिल्केन से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने अलग-अलग मुद्दों पर बातचीत की। वहीं दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो ने भारत को कोविड-19 वैक्सीन बनाने के लिए जरूरी कच्चे की आपूर्ति को र्निर्देश दिया है, जिससे एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की दो करोड़ अतिरिक्त डोज़ बनाई जा सकेगी। अमेरिका के दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो के कार्यवाहक सहायक सचिव डीन थॉम्पसन ने कहा, ‘अमेरिकी सरकार, राज्य सरकारों, अमेरिकी कंपनियों और निजी नागरिकों ने कुल मिलाकर भारत को COVID-19 राहत आपूर्ति में 50 करोड़ अमरीकी डॉलर से अधिक प्रदान किए हैं।
Also focused on Indo-US vaccine partnership aimed at expanding access and ensuring supply.
Appreciated strong solidarity expressed by US at this time.
Today’s talks have further solidified our strategic partnership and enlarged our agenda of cooperation.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) May 28, 2021
उधर जयशंकर ने कोविड-19 से निपटने के दौरान मुश्किल समय में भारत का साथ देने के लिए बाइडन प्रशासन का शुक्रिया अदा किया। इस मौके पर बिल्केन ने कहा कि भारत और अमेरिका कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एकजुट हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों देश इस महामारी से निपटने के लिए कई महत्वपूर्ण चुनौतियों पर मिलकर काम कर रहे है। एंटनी बिल्केन ने ये भी कहा कि भारत ने कोरोना की पहली लहर के दौरान उनका साथ दिया. इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारत की मदद को अमेरिका कभी नहीं भूल सकता। बिल्केन ने कहा कि कोविड-19 के शुरुआती दिनों में भारत ने अमेरिका का साथ दिया जिसे उनका देश हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा, ‘अब हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम भारत के लिए और उसके साथ खड़े हैं।
अमेरिकी रक्षा मंत्री से जयशंकर की मुलाकात
इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच रणनीतिक और रक्षा साझेदारी को आगे बढ़ाने पर चर्चा की और मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों पर विचारों का आदान प्रदान किया। बैठक के बाद जयशंकर ने ऑस्टिन के साथ फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ गर्मजोशी से मुलाकात हुई। हमारी रणनीतिक और रक्षा साझेदारी को आगे ले जाने पर व्यापक स्तर पर बातचीत हुई।’