नई दिल्ली: तीन टी20 मैचों की सीरीज में भी टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज का सफाया कर दिया है। भारतीय टीम ने सीरीज के सभी मैच जीते हैं। आखिरी मैच में वेस्टइंडीज को भारत ने 17 रन से हरा दिया। भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 184 रन बनाए थे।
CHAMPIONS 🎉#TeamIndia pic.twitter.com/9CRlRacaff
— BCCI (@BCCI) February 20, 2022
यानी वेस्टइंडीज को जीत के लिए 185 रन बनाने थे, लेकिन वेस्टइंडीज की टीम केवल 167 रन ही बना सकी और भारत ने मैच को 17 रन से जीत लिया। भारतीय टीम ने सीरीज के सभी छह मैच जीते हैं। पहले भारत ने वन डे सीरीज में वेस्टइंडीज का सफाया किया और उसके बाद इस सीरीज के भी सभी मैच अपने नाम किए। यानी वेस्टइंडीज की टीम इस दौरे पर एक भी मैच नहीं जीत पाई है।
टीम इंडिया की ओर से दिए गए 185 रनों के टारगेट का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की शुरुआत आज फिर खराब रही। टीम के दोनों सलामी बल्लेबाज जल्दी जल्दी आउट हो गए। काइल मेयर्स ने छह और शाई होप ने आठ रन बनाए। दोनों को दीपक चाहर ने अपना शिकार बनाया। हालांकि इसके बाद निकोलस पूरन और पॉवेल ने कुछ देर रुकने की कोशिश की, लेकिन पॉवेल पूरन का ज्यादा देर तक साथ नहीं दे पाए। वे 25 रन बनाकर चलते बने। इसके बाद कप्तान कायरन पोलार्ड और जेसन होल्डर भी आउट हो गए और वेस्टइंडीज की टीम पर संकट के बादल मंडराने लगे थे। हालांकि एक छोर निकोलस पूरन ने संभाल रखा था। उन्होंने अपना अर्धशतक भी पूरा किया और रोमारियो शेफर्ड के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया।
निकोलस पूरन का ये लगातार तीसरा अर्धशतक है। हालांकि जब टीम जीत की ओर बढ़ती नजर आ रही थी, तभी 61 के स्कोर पर निकोलस पूरन को शार्दुल ठाकुर ने ईशान किशन के हाथों कैच कराकर बाहर भेज दिया। यही से टीम इंडिया की जीत करीब करीब पक्की हो गई थी। इसके बाद औपचारिका ही रह गई थी और टीम इंडिया ने मैच जीत लिया।
इससे पहले भारतीय टीम ने सूर्य कुमार यादव की अर्धशतकीय पारी की मदद से पांच विकेट पर 184 रन बनाए। सूर्य कुमार ने टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 31 गेंद में सात छक्के और एक चौके से 65 रन की पारी खेली। वह पारी की अंतिम गेंद पर आउट हुए। उनके अलावा वेंकटेश अय्यर ने 19 गेंद में चार चौके और दो छक्के से नाबाद 35 रन बनाकर उनका अच्छा साथ निभाया।
भारत ने अंतिम पांच ओवर में 86 रन जोड़े। सूर्यकुमार ने तेज गेंदबाजी आलराउंडर वेंकटेश अय्यर के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 37 गेंद में 91 रन की भागीदारी की, जिससे भारतीय टीम को मिडिल के खिलाड़ियों के जल्दी आउट होने के बाद उबरने में मदद मिली।