IND vs NZ : शिखर धवन बनेंगे टीम इंडिया के वन डे कप्तान

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नई दिल्ली: टीम इंडिया का न्यूजीलैंड दौरा अब दूसरे पड़ाव पर पहुंच रहा है। टी20 मैचों की इंटरनेशनल सीरीज के बाद अब वन डे की बारी है। इसमें तीन मैच होंगे और इसके लिए शिखर धवन को भारतीय टीम का नया कप्तान बनाया गया है।

खास बात ये है कि सीरीज में रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे खिलाड़ी नहीं हैं, ऐसे में शिखर धवन को युवा खिलाड़ियों के साथ ये महती जिम्मेदारी निभानी होगी। शिखर धवन इससे पहले भी भारतीय टीम की कमान संभाल चुके हैं।

पहली बार उन्हें ये जिम्मेदारी पिछले साल ही मिली थी, जब भारतीय टीम ने श्रीलंका दौरा किया था। हालांकि तब इसे भारत की बी टीम कहा गया था।

न्यूजीलैंड रवाना होने से पहले कप्तान शिखर धवन ने सीरीज को लेकर अपना रोडमैप बताया और कि उनकी कप्तानी उनकी बल्लेबाजी पर भारी न पड़े। यानी कहीं कप्तानी के कारण उनकी बल्लेबाजी पर असर न पड़े।

न्यूजीलैंड के खिलाफ वन डे सीरीज के लिए बनाएंगे रणनीति

टी20 क्रिकेट में एंकर बल्लेबाज की भूमिका को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में शिखर धवन ने कहा कि ये पूरी तरह से स्थिति पर निर्भर करता है। अगर विकेट बल्लेबाजी के लिए आसान है तो आक्रामक होकर बल्लेबाजी करने का कोई मतलब नहीं है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि बल्लेबाज को उनकी भूमिका बताई जानी चाहिए। आपको बहुत लचीला होना होता है। न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली वन डे सीरीज को लेकर उन्होंने कहा कि मैं न्यूजीलैंड के गेंदबाजों पर नजर रखूंगा और अपनी तैयारी के लिए उनके डाटा का भी इस्तेमाल करूंगा।

एक कप्तान के तौर पर विपक्षी टीम के बल्लेबाजों की तकनीक को देखूंगा, ताकि ये पता लगाया जा सके कि उनके लिए कौन से शॉट लगाना आसान होता है। इसके बाद सभी खिलाड़ियों के साथ बैठकर रणनीति बनाएंगे।

शिखर धवन बोले, कप्तान बनते ही कुछ और जिम्मेदारियां भी आती हैं

शिखर धवन ने क्रिकइन्फो से बात करते हुए कहा कि जब आप कप्तान बनते हो तो आप पर कई और जिम्मेदारियां भी आ जाती हैं। आपको पूरी टीम के बारे में सोचना होता है। साथ ही कोशिश होती है कि माहौल को अच्छा कैसे रखा जाए।

शिखर धवन ने कहा कि उन्हें बहुत ज्यादा बदलाव की जरूरत नहीं थी, क्योंकि वे एक खिलाड़ी के तौर पर हमेशा सबसे मिलजुलकर रहते हैं। यही मेरा स्वभाव है और एक कप्तान के तौर पर उन्हें इसका फायदा भी मिला है।

मैदान पर जब आप शांत रहकर कुछ सोचते और समझते हैं तो फैसले लेने में आसानी होती है। कहा कि मैच के दौरान गलतियां होती हैं, लेकिन इसे कैसे समझा जाए, ताकि खिलाड़ियों में उत्साह बना रहे और दबाव की स्थिति न बने।

उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से खुद को एक बेहतर कप्तान समझता था और अब भगवान का शुक्र है कि मुझे टीम इंडिया की कप्तानी करने का मौका भी मिला है। बोले कि इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका सीरीज में भी भारतीय टीम की कमान संभाली है और टीम ने शानदार जीत भी दर्ज की है।

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