श्रीनगर/जम्मू : राज्य में मौसम ने एक बार फिर करवट बदली और उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में भारी बारिश शुरू हो गई। इस बीच, रामबन जिले में हुए भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर हाईवे यातायात के लिए बंद हो गया है। इससे हजारों वाहन जगह-जगह फंस कर रह गए हैं। वहीं, कश्मीर को पुंछ से जोड़ने वाला मुगल रोड और किश्तवाड़ को अनंतनाग से जोड़ने वाला सिंथनटॉप मार्ग पहले से बंद होने से कश्मीर का देश से सड़क संपर्क पूरी तरह कट गया है। उधर, श्रीनगर-लेह हाईवे भी बंद है। हालांकि खराब मौसम के बावजूद कश्मीर में हवाई सेवा सुचारु रही।
वैष्णो देवी भवन मार्ग में पत्थर गिरने से बैटरी कार मार्ग बंद
खराब मौसम व लगातार हो रही बारिश के बीच हिमकोटि क्षेत्र में पहाड़ से पत्थर गिरने से बैटरी कार मार्ग को बुधवार देर रात 10:30 बजे बंद कर दिया गया। अब सिर्फ पुराने परंपरागत मार्ग से यात्रा जारी है। बुधवार को दिनभर मौसम खराब रहा। लगातार बारिश होती रही और तेज बर्फीली हवाएं चलती रहीं। इस बीच हेलीकॉप्टर सेवा बीच-बीच में प्रभावित रही, लेकिन भवन मार्ग पर चलने वाली बैटरी कार सेवा और वैष्णो देवी भवन और भैरव घाटी के बीच चलने वाली केबल कार सेवा जारी रही।
रात करीब 10:30 बजे बैटरी कार मार्ग पर हिमकोटि क्षेत्र में पहाड़ से पत्थर गिरने लगे। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर बैटरी का मार्ग को बंद करने का फैसला लिया। वीरवार को मौसम साफ होने पर इसे खोलने के बारे में फैसला किया जाएगा।
मौसम विभाग ने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते 27 नवंबर से अधिकांश इलाकों में बर्फबारी व बारिश हो सकती है। बुधवार तड़के से ही गुलमर्ग समेत वादी के सभी उच्च पर्वतीय इलाकों में बारिश जबकि निचले इलाकों में बारिश का सिलिसला शुरू हो गया, जो देर शाम तक जारी रहा। गुलमर्ग में छह इंच, सोनमर्ग में आठ इंच, साधनाटॉप के निकट दो फीट और महागुंसटॉप में डेढ़ फीट ताजा बर्फ पड़ी। वहीं, श्रीनगर, जम्मू, कठुआ, ऊधमपुर में तड़के शुरू हुआ बारिश का सिलसिला दिनभर जारी रहा। इससे जनजीवन अस्तव्यस्त होकर रह गया। उधर कटड़ा में माता वैष्णो देवी के लिए हेलीकाप्टर सेवा बार-बार प्रभावित होती रही।
हाईवे बंद :
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर बुधवार को छोटे वाहनों को दोनों तरफ से आने-जाने की अनुमित थी। दोपहर तक खराब मौसम के बावजूद वाहनों की आवाजाही होती रही, लेकिन दोपहर करीब एक बजे रामबन के मोमपस्सी इलाके के निकट भारी बारिश से सड़क के एक बड़े हिससे पर पहाड़ से चट्टानें खिसक कर नीचे आ गई। हाईवे बंद होने पर अधिकारियों ने यातायात रोक दिया, जिससे कई स्थानों पर वाहन फंस गए। प्रभावित हिस्से पर मरम्मत का काम जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि मार्ग को यातायात योग्य बनने के बाद पहले फंसे वाहनों को निकाला जाएगा। इधर वादी को लद्दाख से मिलाने वाला श्रीनगर-लेह हाईवे लगातार यातायात के लिए बंद है। हालांकि मार्ग पर बर्फ व मलबा हटाने का काम जारी था, लेकिन बुधवार को जोजिला दर्रे के निकट ताजा बर्फबारी से काम बंद हो गया है। वहीं मुगल रोड़ भी सात नवंबर से यातायात के लिए बंद है।
शीतलहर का प्रकोप बढ़ा :
ताजा बर्फबारी व बारिश के बाद तापमान में गिरावट से ठंड का प्रकोप ओर बढ़ गया है। श्रीनगर का अधिकतम तापमान 6.1 व न्यूनतम 2.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं जम्मू का अधिकतम तापमान 19.9 और न्यूनतम तापमान 14.2 डिग्री सेल्सियस रहा। गुलमर्ग का अधिकतम तापमान 4.5 व न्यूनतम माइनस 3.5, लेह का अधिकतम तापमान 9.7 व न्यूनतम माइनस 7.3, जबकि कारगिल का अधिकतम तापमान 3.8 और न्यनूतम माइनस 4.2 डिग्री सेल्सियस रहा। कश्मीर संभाग में सबसे अधिक बारिश कुपवाड़ा में 36.1 एमएम और जम्मू संभाग में बटोत में 25.6 एमएम रिकार्ड की गई। इसके अलावा जम्मू में 7.6 एमएम बारिश हुई।
हिमस्खलन का खतरा बरकरार :
ताजा बर्फबारी के बाद उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हिमस्खलन का खतरा और अधिक बढ़ गया गया है। मौसम विभाग व प्रशासन ने बांडीपोरा, बारामुला, कुपवाड़ा, बड़गाम, अनंतनाग, गांदरबल, शोपियां व कुलगाम जिलों के ऊपरी इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
छह दिसंबर तक साफ रहेगा मौसम, सात से फिर बिगड़ेगा :
मौसम विभाग के उपिनदेशक मुख्तार अहमद ने कहा कि वादी के वायुमंडल में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ 28 नवंबर देर रात तक सक्रिय रहने के बाद 29 नवंबर से फिर से कमजोर पड़ जाएगा। छह दिसंबर तक इसके सक्रिय होने की कोई संभावना नहीं है। लिहाजा 29 से 6 दिसंबर तक वादी में मौसम आमतौर पर शुष्क रहेगा। सात दिसंबर से वादी में फिर से मौसम के मिजाज बिगड़ जाएंगे। इधर, जम्मू में 28 से मौसम साफ हो जाएगा।