कुछ दिन पहले तक कोरोना (corona) संक्रमण से पीड़ित 70 प्रतिशत मरीजों में एक से अधिक लक्षण नहीं मिल रहे थे, लेकिन वर्तमान स्थिति में उसकी उलट दिख रही है। तीन दिनों से 71 प्रतिशत कोरोना (corona) संक्रमण में आईएलआई के लक्षण थे।
यानि इन मरीजों में सामान्य फ्लू के लक्षण मिले। जो कोरोना (corona) के भी लक्षण हैं। जिला सर्विलांस अधिकारी की रिपोर्ट के अनुसार तीन दिनों में कोरोना संक्रमण के 142 मरीज में सर्दी, जुकाम, शरीर में दर्द, बुखार, भूख न लगना, मिचली आना आदि के लक्षण थे। जिसे एंफ्लूएंजा लाइक इलनेस कहा जाता है।
यही लक्षण कोरोना (corona) संक्रमण के भी हैं। 12 से 14 जून के बीच में 200 मरीज कोरोना संक्रमित हुए, जिसमें से 71 प्रतिशत मरीजों में कोरोना (corona) के लक्षण मिले जिले के एल टू और एल थ्री में भी मरीजों की संख्या अधिक है।
दोनों तरह के अस्पतालों में ऐसे मरीज रखे जाते हैं, जिनमें कोरोना के लक्षण मिल रहे हो या मरीज को कोरोना संक्रमण के साथ ही अन्य बीमारियां भी हो, जिससे उन्हें वेंटिलेटर सहित अन्य उपकरणों की जरूरत हो।
वहीं एलवन अस्पताल में बिना लक्षण वाले मरीज रखे जाते हैं। इन अस्पतालों में ऐसे कोरोना संक्रमित रखे जाते हैं जिनमें लक्षण नहीं हो। या फिर एक लक्षण हो और उनकी उम्र 55 साल से कम और 18 साल से अधिक हो।
तीन दिनों के अंदर 22 स्वास्थ्यकर्मी भी संक्रमित मिले हैं, जबकि बाकी पॉजिटिव मरीज संक्रमित मरीज के संपर्क में आने के बाद बीमार हुए। सुपर स्पेशियलिटी शिशु अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि पहले के मुकाबले एल टू और एल थ्री के अस्पतालों में मरीजों की संख्या एल वन के अस्पतालों से अधिक है। इसके क्या कारण हो सकते हैं यह शोध का विषय हो सकता है।
तीन दिन में आईएलआई मरीजों की स्थिति
12 जून को 77 मरीज
13 जून को 30 मरीज
14 जून को 35 मरीज