दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने पुलिस हेड क्वार्टर में कानून व्यवस्था को लेकर ली मीटिंग

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नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) पुलिस (Police) कमिश्नर राकेश अस्थाना ने दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर दिल्ली (Delhi) पुलिस (Police) हेड क्वार्टर में मंगलवार को तमाम बड़े अधिकारियों के साथ मीटिंग की।इस मीटिंग में दिल्ली (Delhi) पुलिस (Police) कमिश्नर ने पुलिस स्टेशन, लॉ एंड ऑर्डर और पुलिस स्टेशन में दर्ज होने वाले मामलों की जांच से लेकर तमाम मुद्दों पर एक बड़ी मीटिंग ली।

दिल्ली (Delhi) पुलिस (Police) कमिश्नर ने पुलिस स्टेशन में तैनात पुलिस कर्मियों का सही और ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने पर जोर दिया। हाल ही में दिल्ली (Delhi) पुलिस (Police) कमिश्नर ने पुलिस कंट्रोल रूम यानी पीसीआर को जिलों  के साथ जोड़ दिया था जिसके चलते अब हर पुलिस स्टेशन में पुलिस कर्मियों की संख्या काफी बढ़ गई है। इतना ही नहीं पुलिस स्टेशन में कानून व्यवस्था और दर्ज होने वाले मामलों की जांच को लेकर ड्यूटी भी बाटी गई है।

इसी के चलते 112 नंबर (PCR) पर आने वाली कॉल पर पुलिस कर्मियों के पहुंचने का समय भी चार सौ पर्सेंट तक कम हुआ है। पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने मीटिंग में कहा कि अब पुलिस थानों में पुलिस कर्मियों की उपलब्धता बढ़ने पर किसी भी कॉल पर पहुंचने का समय और उसकी जांच सही समय पर जल्द से जल्द होनी चाहिए।

महिलाओं के खिलाफ होने वाले मामलों में जल्द हो चार्जशीट

दिल्ली (Delhi) पुलिस (Police) कमिश्नर राकेश अस्थाना ने सभी जिलों के DCP को महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में जल्द से जल्द गिरफ्तारी और एक तय समय के अंदर चार्जशीट फाइल करने के आदेश भी दिए। पुलिस (Police) कमिश्नर ने क्राइम रिज्यूम मीटिंग में किरायेदारों की वेरिफिकेशन पर भी जोर देने के लिए कहा इस मीटिंग में क्राइम को रोकने के लिए कुछ बड़े कदम उठाने की भी सलाह दी जिनमें दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने रेलवे पुलिस मेट्रो पुलिस और सभी पुलिस स्टेशन को आपसी तालमेल बैठाकर क्राइम को रोकने पर जोर देने की सलाह दी।

दिल्ली (Delhi) पुलिस (Police) कमिश्नर ने चोरी और बरग्लरी जैसे मामलों को भी गंभीरता से लेने के लिए साथ ही किसी भी क्राइम वारदात की जगह पर जल्द से जल्द सीनियर अधिकारी और क्राइम (Crime) टीम को पहुंचने की ताकीद की। जिससे कि जल्द से जल्द घटनास्थल से फिंगर प्रिंट, सीसीटीवी फुटेज और दूसरे अहम सबूतों को उठाया जा सके। जिसके बाद डोसियर, फैसियल रिकॉग्निशन और दूसरे सॉफ्टवेयर के जरिए अपराधियों तक जल्द से जल्द पहुंचा जा सके।

अक्सर ऐसा देखा गया है कि बड़े अधिकारियों के वारदात की जगह पर ना पहुंचने के चलते कई बड़े सबूत उठाने से छूट जाते हैं।जिससे अपराधियों को बचाने में मदद मिलती है। पुलिस कमिश्नर ने लॉयन ऑर्डर की इस मीटिंग में कहा अपराधियों को जहां से हथियार मिलते हैं उस चीन को तोड़ना भी बेहद जरूरी है। इस चैन को तोड़ने से ही क्राइम ग्राफ को कम किया जा सकता है।

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