हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान केंद्र पर मतदाता सेल्फी नहीं ले सकेंगे। ऐसा करने वाले मतदाता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं वोट डालते समय वीडियो या फोटो खींचने पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने जारी बयान में यह जानकारी दी। जिला निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक कोई भी पोलिंग एजेंट पोलिंग स्टेशन के अन्दर फोन लेकर नहीं जाएगा। चुनाव के समय कोई भी प्रत्याशी पोलिंग स्टेशन के 200 मीटर के अन्दर प्रचार सामग्री नहीं लाएगा और न ही कोई बूथ स्थापित करेगा। पोलिंग के दौरान पोलिंग स्टेशन से 200 मीटर की दूरी पर केवल एक मेज, दो कुर्सी व एक छाता ही डालकर अपना बूथ स्थापित कर सकता है। इस बूथ पर शामियाना, टैंट आदि का प्रयोग नहीं किया जाएगा और इस बूथ पर बैनर भी अधिक से अधिक तीन से पांच फुट का ही लगा सकते हैं। इसके साथ ही चुनाव की पारदर्शिता, निष्पक्षता बरकरार रखने के लिए चुनाव आयोग ने बाहरी लोगों को मतदान से पहले जिले से बाहर करने के आदेश दिए हैं।
शुक्रवार को पर्यवेक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में आयोग ने यह सख्त आदेश दिए। साथ ही आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। चुनाव आयोग ने पुलिस अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि वे मतदान तक अब और सतर्क हो जाएं तथा दूसरे साथ लगते प्रदेशों जैसे उत्तर प्रदेश व दिल्ली की सीमाओं पर नाके लगाकर हर आने-जाने वाले वाहन पर नजर रखें।
उन्होंने कहा कि जिला में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाएं। निष्पक्ष चुनाव लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए जरूरी है।
2019 का विधानसभा चुनाव कार्यक्रम
हरियाणा में विधानसभा चुनाव 21 अक्टूबर को होंगे। वोटों की गिनती 24 अक्टूबर को होगी। 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल दो नवंबर को खत्म हो रहा है। हरियाणा में 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में, भाजपा ने 47 सीट, इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) ने 19 जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने 15 सीटें जीती थी। वहीं हरियाणा जनहित कांग्रेस(एचजेसी) ने दो सीट, शिरोमणी अकाली दल (शिअद) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने एक-एक सीटें जीती थी। पांच निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी यहां चुनाव में जीत दर्ज की थी।