इन दिनों ब्यूटी वर्ल्ड में ब्यूटी ट्रीटमेंट के रूप में फिश पेडिक्योर काफी पॉप्युलर हो रहा है। किसी भी मॉल में जाएं, या फिर सलॉन में…ज्यादातर जगहों पर आपको फिश पेडिक्योर का ऑप्शन जरूर दिख जाएगा। भले ही आपको इस पेडिक्योर करवाने के कई फायदे बताए जाते हों लेकिन आपको बता दें कि यूरोप, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में यह फिश पेडिक्योर पूरी तरह से बैन है, आखिर इसकी वजह क्या है और क्यों नहीं करवाना चाहिए फिश पेडिक्योर यहां जानें।
पेडिक्योर ट्रीटमेंट है फिश पेडिक्योर
दरअसल, इस फिश पेडिक्योर वाले ट्रीटमेंट में आपको एक पानी भरे टैंक में अपने पैर को डालकर रखना होता है जिसमें डॉक्टर फिश तैर रही होती हैं। टैंक में मौजूद ये डॉक्टर नाम की मछलियां आपके पैरों की डेड स्किन को खाना शुरू कर देती हैं जिससे आपकी स्किन एक्सफोलिएट हो जाती है और आपको स्मूथ और सॉफ्ट स्किन मिल जाती है। लेकिन फिश पेडिक्योर करवाना आपकी स्किन के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
इंफेक्शन का खतरा
इस ट्रीटमेंट से आपको इंफेक्शन हो सकता है क्योंकि ये मछलियां अपने साथ बैक्टीरिया भी कैरी करती हैं जिससे आपको इंफेक्शन और निमोनिया का खतरा रहता है। इसके अलावा पेडिक्योर ट्यूब के जरिए भी बैक्टीरिया पनपने का खतरा रहता है।
स्किन को नुकसान
अगर पेडिक्योर सही तरीके से नहीं हुआ तो आपकी स्किन रफ, बंपी और अनइवेन हो सकती है। हो सकता है कि मछलियां पैर के कुछ हिस्सों में इतना ज्यादा डीप कट कर दें कि पैरों से खून भी निकलने लग जाए।