यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) पर टोल रेट बढ़ाने का फैसला लिया है। मौजूदा टोल दरों में 10 से 20 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की जा सकती है। इसके लिए आने वाली बोर्ड बैठक में विकास प्राधिकरण की ओर से प्रस्ताव दिया जाएगा। इससे प्रत्येक वाहन को करीब 33 रुपये अतिरिक्त टोल टैक्स चुकाना पड़ेगा। यमुना एक्सप्रेस वे का संचालन करने वाली कंपनी जेपी इंफ्राटेक के खिलाफ बैंक दिवालिया प्रक्रिया के तहत कार्यवाही चल रही है। तो 1 जनवरी 2020 से टोल रेट लागू किए जा सकते हैं। इसमें बड़ी बात यह है कि यह टोल दरें स्थाई नहीं होंगी। 294 करोड़ रुपये वसूलने के बाद यह टोल दरें वापस ले ली जाएंगी। इसके लिए एक एस्क्रो अकाउंट खोला जाएगा और बढ़ी टोल टोल दरों का पैसा इस बैंक खाते में ही जमा होगा। अभी जेपी इंफ्राटेक के खिलाफ एनसीएलटी में बैंक दिवालिया प्रक्रिया लंबित है, जिसके चलते कंपनी पैसा खर्च नहीं कर सकती है। यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण सुरक्षा मानकों को लागू करवाने के लिए कटिबद्ध है।
मौजूदा टोल दर
वाहन | जेवर तक | आगरा तक |
कार/जीप/वैन | 105 रुपये | 415 रुपये |
एलसीवी/मिनी बस | 165 रुपये | 565 रुपये |
बस/ट्रक | 335 रुपये | 1150 रुपये |
मल्टीएक्सल व्हीकल | 515 रुपये | 1765 रुपये |
यमुना एक्सप्रेस-वे को छह से आठ लेन करने की तैयारी
ग्रेटर नोएडा जेवर एयरपोर्ट शुरू होते ही यमुना एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की संख्या बढ़ जाएगी। इसके चलते तब एक्सप्रेस वे को चौड़ा करना पड़ेगा। यह एक्सप्रेस वे 6 से 8 लेन का हो जाएगा। वर्ष 2023-24 में चौड़ीकरण का काम शुरू हो जाएगा। इससे यातायात सुगम रहेगा।ग्रेटर नोएडा से लेकर आगरा तक 168 किलोमीटर लंबा और 6 लेन वाले यमुना एक्सप्रेस वे का निर्माण किया गया था। अब जेवर के पास यमुना एक्सप्रेस वे से सटे पांच हजार हेक्टेयर जमीन पर एयरपोर्ट बनाया जाना है। एयरपोर्ट के निर्माण के लिए टेंडर फाइनल हो गया है। जमीन अधिग्रहण की जा चुकी है। स्विस कंपनी ज्यूरिख जेवर एयरपोर्ट का निर्माण कराएगी। 40 साल तक संचालन भी करेगी। 2023 में एयरपोर्ट शुरू होगा। पहले साल 50 लाख यात्री यहां से यात्रा करेंगे। इसके अलावा ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेस वे से जुड़ जाएगा। इस एक्सप्रेस वे के आने वाले वाहन भी यमुना एक्सप्रेस वे से जाएंगे।