भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्री प्रकाश (Prakash) जावडेकर (Javadekar) ने शुक्रवार को कहा कि वाहन उद्योग के लिए सरकार जल्द ही प्रोत्साहन की घोषणा करेगी, लेकिन वस्तु एवं सेवा कर (GST) में कटौती की उद्योग की मांग पर तुरंत सहमत होना संभव नहीं है।
वाहन निमार्ता कंपनियों के संगठन ‘सियाम’ के 60वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए जावडेकर ने कहा, “सरकार हर सुझाव पर खुले मन से विचार करने के लिए तैयार है। हम हमेशा आपसे संवाद करते रहते हैं। हम जीएसटी (GST) घटाने के बारे में तत्काल सहमत नहीं हो सकते, लेकिन इसका मतलब “अंतिम ना” भी नहीं है।”
हर तरह के उद्योग के लिए प्रोत्साहन पैकेज हो रहा तैयार
प्रोत्साहन पैकेज के बारे में उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय प्राथमिकता के आधार पर हर तरह के उद्योग के लिए प्रोत्साहन पैकेज तैयार कर रहा है और वाहन उद्योग को भी जल्द शुभ समाचार सुनने को मिलेगा।
We’re in discussion with @FinMinIndia on GST issues. Announcement on the scrappage policy will be made soon. I am confident that the industry has the wherewithal to achieve AMP 2016-26 targets, says Mr @PrakashJavdekar, Hon’ble Union Minister of @moefcc, @MIB_India & MoHI & PE pic.twitter.com/PqRZMMES9P
— SIAM India (@siamindia) September 4, 2020
उन्होंने कहा कि प्रोत्साहन पैकेज में सबसे पहले दुपहिया, तिपहिया और यात्री बसों को स्थान मिलेगा तथा इसके बाद यात्री वाहनों यानी कारों, उपयोगी वाहनों और वैनों पर भी विचार संभव है।
इससे पहले सियाम के अध्यक्ष राजन वढ़ेरा ने सभी श्रेणी के वाहनों के लिए जीएसटी की दर 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने और सीएनजी बसों की खरीद पर भी इलेक्ट्रिक बसों की तरह प्रोत्साहन देने की मांग की।
उन्होंने कहा कि भारत स्टेज (बीएस)-6 ईंधन मानकों को अपनाने में वाहन उद्योग ने काफी निवेश किया है और उसके बाद कोविड-19 के कारण मांग में अचानक आई कमी के कारण अब कंपनियों के पास इतना पैसा नहीं है कि वे निकट भविष्य में नये मानकों के लिए निवेश कर सकें। इसलिए इन मानकों को टाल दिया जाना चाहिए।
जावडेकर (Javadekar) ने आश्वस्त किया कि मोदी सरकार ने सड़कों, सुरंगों, पुलों आदि के निमार्ण पर ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को लेकर अभी जरूर चिंता है, लेकिन ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार हो रहा है।
इस साल अच्छे मानसून से फसलों का बंपर उत्पादन होगा। इससे न सिर्फ ट्रैक्टरों और दुपहिया वाहनों की मांग बढ़ेगी बल्कि यात्री वाहनों की मांग भी आएगी।
देश की सबसे बड़ी कार निमार्ता मारुति सुजुकी इंडिया के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी केनिचि आयुकावा ने कहा कि सरकार को देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि आर्थिक परिस्थितियों पर ही वाहन उद्योग का कारोबार निर्भर करता है।