- कोरोना वायरस को लेकर मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पांचवी बैठक
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक, सभी मुख्यमंत्रियों को मिलेगा बोलने का मौका
- बैठक में देशव्यापी लॉकडाउन को हटाने के एग्जिट प्लान पर चर्चा
गृह मंत्री अमित शाह कर रहे हैं संबोधित
गृह मंत्री अमित शाह मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा कर रहे हैं। वह एक-एक कर मुख्यमंत्रियों की बातें सुन रहे हैं, उनसे सुझाव ले रहे हैं।
ट्रेन सर्विस बहाल करने पर ममता को आपत्ति: सूत्र
सूत्रों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्रेन सर्विस को बहाल किए जाने का विरोध किया है। हमारे सहयोगी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि ममता ने स्पेशल ट्रेनों को चलाए जाने पर ऐतराज जताया है। बहुत मुमकिन है कि पीएम के साथ मीटिंग में भी यह मुद्दा उठे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ यह बैठक 2 चरणों में है। एक ब्रेक के बाद शाम 6 बजे से दूसरा चरण शुरू होगा। जाहिर है, यह मंथन लंबा चलेगा यानी 3-4 घंटे तक मैराथन बैठक हो सकती है।
अर्थव्यवस्था (Economy) को पटरी पर लाने, कोरोना को काबू में करने, धीरे-धीरे सहूलियत देने संबंधी कई मुद्दों पर गहन चर्चा के लिए यह मीटिंग कई घंटों तक चल सकती है। इस मीटिंग के बाद यह तकरीबन तय हो जाएगा कि लॉकडाउन बढ़ेगा या नहीं? अगर बढ़ेगा तो किस रूप में बढ़ेगा और नहीं बढ़ेगा तो वैकल्पिक रणनीति क्या होगी।
हॉटस्पॉट्स में छूट की संभावना कम
एक दिन पहले रविवार को केंद्र ने राज्यों से कहा था कि कंटेनमेंट जोन्स का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें। इससे अंदाजा लग रहा है कि अगर देशव्यापी लॉकडाउन हटाया भी गया तो कंटेनमेंट जोन्स में शायद ही कोई छूट मिले। पिछले हफ्ते केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कहा था कि अब लोगों को कोरोना वायरस के साथ जीना सीखना होगा। इससे भी यही अंदाजा लग रहा है कि देशव्यापी लॉकडाउन को नहीं बढ़ाया जाएगा।
Prime Minister Narendra Modi’s 5th video conference meeting with Chief Ministers, begins. #COVID19 pic.twitter.com/OWriGpL8VC
— ANI (@ANI) May 11, 2020
सभी मुख्यमंत्रियों को बोलने का मौका
पिछली मीटिंग में कुछ मुख्यमंत्रियों को बोलने का मौका नहीं मिला था। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इस बात पर विरोध भी जताया था। इसी को ध्यान में रखते हुए इस मीटिंग में हर मुख्यमंत्री को बोलने का मौका दिया जाएगा। प्रधानमंत्री राज्यों के मुखिया से इस बात पर फीडबैक लेंगे कि 4 मई के बाद लॉकडाउन में दी गई आंशिक छूट का क्या असर हुआ है। साथ ही वह मुख्यमंत्रियों से यह भी जानने की कोशिश करेंगे कि लॉकडाउन को कुछ शर्तों के साथ बढ़ाने के बारे में उनके क्या विचार हैं।