नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने शनिवार को लोकसभा में बजट पेश करते हुए सरकार की कई उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि जीएसटी GST लाना उनकी सरकार के लिए एक ऐतिहासिक कदम था। इसी दौरान उन्होंने दीनानाथ कौल की कविता भी सुनाई। इस कविता में मुख्यतौर पर कश्मीर का ज़िक्र था।
जैसे से ही सीतारमण ने कविता पढ़नी शुरू की लोकसभा तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। वित्त मंत्री ने कहा, ‘एक कश्मीरी कविता से शुरुआत कर मैं अपना भाषण आगे बढ़ाना चाहूंगी- हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसा, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन, तेरा वतन, हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्यारा वतन।’कौन थे दीनानाथ कौल?दीनानाथ कौल कश्मीर के जाने-माने कवि थे. साल 1942 में उन्होंने पहली बार ‘माज कसीर’ के नाम से कविता लिखी थी जिसे खासी लोकप्रियता मिली थी। अंग्रेजी, उर्दू और कश्मीरी में उन्होंने डेढ़ सौ के करीब कविताएं लिखी हैं।