आतंकियों के मददगार जम्मू-कश्मीर(Jammu – Kashmir) पुलिस के पूर्व डीएसपी (DSP) दविंदर सिंह की निशानदेही पर बुधवार को केंद्रीय जांच एजेंसी (NIA) की दो टीमों ने श्रीनगर के इंदिरा नगर, नौगाम व अन्य जगहों पर छापा मारा। इसमें एक स्थानीय डॉक्टर का घर भी शामिल है। इस कार्रवाई के दौरान कुछ अहम दस्तावेज और अन्य सामग्री बरामद हुई है। उधर इस मामले में एक अन्य व्यक्ति इरफना मुश्ताक को गिरफ्तार किया गया है। यह डीएसपी (DSP) के साथ गिरफ्तार किए गए एक आतंकी का परिजन बताया जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि दविंदर और अन्य आरोपियों को एनआईए (NIA) की टीम द्वारा दिल्ली ले जाया जाना था लेकिन अभी उसे रिमांड पर लेना बाकी है। बता दें कि डीएसपी की गिरफ्तारी के बाद जांच एजेसियों को उसके इंदिरा नगर स्थित घर से 10 लाख रुपये कैश, एक एके 47 राइफल और दो पिस्टल बरामद की गई थी।
सूत्रों के अनुसार, एनआईए (NIA) की एक रिपोर्ट में मक्खन लदे एक ट्रक का जिक्र है। आरोप है कि वर्ष 1997 में दविंदर सिंह की तरफ से चुराया गया था। यह ट्रक उस समय के डिप्टी सीएम गुलाम मोहियुद्दीन शाह के परिवार के किसी सदस्य का था। चोरी का मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस के एक आला अधिकारी जोकि उस समय डीएसपी का बॉस था, ने उसे बचा लिया था।
इतना ही नहीं रिपोर्ट में डीएसपी के तीन घरों का भी जिक्र किया गया है जिनमें से दो श्रीनगर में जबकि एक जम्मू में है। बताया जा रहा है कि यह घर जबरन वसूली के पैसों से बनाये गए हैं।आरोप है कि गिरफ्तार डीएसपी मासूम युवाओं को उग्रवाद से जुड़े मामलों में फंसाकर उनसे वसूली करता था। वह कई फर्जी मुठभेड़ों में भी शामिल था। इसके अलावा रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे दविंदर सिंह को वर्ष 1992 में उस समय के एक आईजी रैंक के अधिकारी ने बचाया था जब उसने जब्त किए गए मादक पदार्थों को तस्करों को ही बेच दिया था।