केंद्र सरकार ने कोरोना (Corona) टीकाकरण कार्यक्रम में तेजी लाने के लिए टीकाकरण सत्र के दौरान ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीके लगाने के लिए नए उपाय किए हैं। इसके तहत कोविन साफ्टवेयर में बदलाव किए गए हैं।
अब टीका लेने वाले व्यक्ति के नहीं आने पर कोविन ऐप में पंजीकृत व्यक्ति को बारी से पहले भी टीका दिया जा सकेगा। दरअसल, कई टीकाकरण केंद्रों पर स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण के लिए कम आने से टीकाकरण का लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेस में कहा कि कोविन साफ्टवेयर में चालू सत्र के लिए एक नया फीचर एलोट बनीफिशियरी (लाभार्थी का आवंटन) जोड़ा गया है।
इसके तहत साफ्टवेयर पर पंजीकृत किसी व्यक्ति को चल रहे सत्र में टीका लगाया जा सकता है। भले ही उसका नंबर उस दिन के टीकाकरण के लिए नहीं हो। मोबाइल नंबर के जरिये पंजीकृत लाभार्थी का नाम कोविन पर सर्च भी किया जा सकेगा।
दो खुराक बाद अंतिम प्रमाणपत्र
एक बदलाव यह किया गया है कि टीके की पहली खुराक लगने के बाद लाभार्थी को एमएमएस के जरिये अंतरिम टीकाकरण प्रमाणपत्र दिया जाएगा। दो खुराक लेने के बाद अंतिम प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
पंजीकरण जरूरी
वैसे तो ज्यादातर स्वास्थ्यकर्मी कोविड पर पंजीकृत हो चुके हैं तथा वे टीकाकरण के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन यदि कोई पंजीकृत नहीं है और वह टीकाकरण केंद्र पर पहुंचता है और वहां सत्र खाली है तो वह सीधे टीका नहीं ले पाएगा। पहले उसे कोविन पर अपना पंजीकरण कराना होगा। उसके बाद उसे उस सत्र में टीके के लिए आवंटित किया जा सकेगा।
100 लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य
इस बदलाव के बाद यदि किसी केंद्र पर तय सत्र के लिए 100 लोग नहीं आते हैं तो कोविन पर पंजीकृत किसी अन्य कार्मिक को टीका दिया जा सकेगा। कोशिश यह है कि एक सत्र के दौरान 100 लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य पूरा किया जाए।
पांचवें दिन 112007 को टीका लगाया
अगनानी ने बताया कि टीकाकरण के पांचवें दिन शाम छह बजे तक 112007 लोगों को कोरोना टीका लगाया गया। अब तक कुल 786842 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। अब तक कुल 14119 सत्रों का आयोजन किया जा चुका है। बुधवार को कुल 20 राज्यों में टीकाकरण हुआ।