नई दिल्ली : टेक्नॉलजी के आने से जहां कई काम आसान हो गए हैं, वहीं इससे यूजर्स की सिक्यॉरिटी पर भी खतरा बढ़ा है। आए दिन डेटा लीक और हैकिंग की खबरें सुनने को मिलती हैं। इससे बचने के लिए सभी बड़ी टेक कंपनियां यूजर को वेरिफाइ करने के नए-नए तरीके लाती रहती हैं। इसी कड़ी में गूगल भी अपने यूजर्स को एसएमएस के जरिए री-वेरिफाइ कर रहा है।
यूजर्स की प्रिवेसी और सेफ्टी के लिए जरूरी
अगर आपको अपने ऐंड्रॉयड फोन में कोई ऐसा मेसेज दिखता है जिसे आपने नहीं भेजा, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। दरअसल यह गूगल के यूजर वेरिफिकेशन की एक प्रक्रिया है, जिसमें यूजर के डिवाइस के किसी अनजान नंबर पर मेसेज भेजा जाता है। कई यूजर ने घबराकर इसे रिपोर्ट भी किया है। गूगल ने इस बारे में कहा कि कुछ यूजर्स को यह थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन उनकी सेफ्टी और प्रिवेसी के लिए हमें ऐसा करना पड़ता है।
हर यूजर के लिए अलग नंबर
भारत समेत अमेरिका और यूरोप के कई यूजर्स ने गूगल फोरम पर अपने फोन से भेजे गए सीक्रेट मेसेज का जिक्र किया है। इस मेसेज में एक कोड के साथ टेक्स्ट भी रहता है जिसमें ‘Google is re-verifying the phone number of this device’ लिखा रहता है। इसके साथ ही इस मेसेज में गूगल के हेल्प पेज का एक लिंक भी दिया रहता है। ये टेक्स्ट मेसेज लोकल नंबर पर भेजे जाते हैं, लेकिन इसकी खासियत यह है कि ये नंबर हर यूजर के लिए अलग-अलग होते हैं।
हाल के दिनों में आई है तेजी
यह गूगल की एक आम प्रक्रिया है जिसमें नंबरों को री-वेरिफाइ किया जाता है। हाल के दिनों में गूगल इसमें और तेजी दिखाई है। गूगल ने इस बारे में सपॉर्ट पेज पर लिखा, ‘जब आप ऐंड्रॉयड डिवाइस पर गूगल अकाउंट सेटअप करते हैं तो आपको फोन नंबर एंटर करना होता है। अगर आप ऐसा करते हैं तो हम उसे वेरिफाइ करेंगे कि वह नंबर अभी भी आपका है या नहीं।’
यूजर्स को हो रही परेशानी
कई यूजर्स को इससे काफी परेशानी हो रही है और गूगल को इसकी जानकारी दे दी गई है। गूगल के सपॉर्ट पेज पर लिखा है कि कंपनी इसका हल निकालने की कोशिश कर रही है। हालांकि, इसका समाधान कब तक होगा इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपकं नंबर से गूगल कोई एसएमएस न भेज पाए तो आपको सभी गूगल ऐप्लिकेशन्स को दिए गए एसएमएस परमिशन्स को डिसेबल करना होगा।