नई दिल्ली: कोरोना वायरस को मात देने के लिए जनवरी में कोविड-19 टीकाकरण शुरु हुआ था। अब इसका दूसरा दौरान शुरू हो चुका है। सरकार ने बुधवार को घोषणा की कि 60 वर्ष से ऊपर के लोग और 45 से अधिक कॉमरेडिटी वाले लोग 1 मार्च से कोविड-19 वैक्सीन प्राप्त कर सकेंगे।
निजी अस्पतालों में टीकाकरण करवाने की इच्छा रखने वाले लोगों को इसका खर्च स्वयं उठाना होगा। माना जा रहा है कि प्राइवेट हॉस्पिटल में वैक्सीन की कीमत करीब 300 तक हो सकती है। हालांकि, यह टीका सरकारी केंद्रों पर मुफ्त में दिया जाएगा।
अब सवाल सबके मन में ये हैं कि आपको वैक्सीन कैसे मिलेगी और वैक्सीन लेने के लिए आपको किन क्या करना पड़ेगा? कौन सी वैक्सीन मिलेगी? वैक्सीन लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें? यहां उन सभी सवालों के जवाब हैं जो आपको जानने चाहिए।
क्या सरकार प्राइवेट हॉस्पिटल के लिए कुछ मानक तय करेगी?
इस पर सरकार का कहना है कि जैसे कोविड की टेस्टिंग पर कैप लगाया गया था कि उसके ऊपर कोई प्राइवेट हॉस्पिटल आपसे पैसे नहीं ले सकते थे। वैसे ही ये कैप प्राइवेट के लिए भी लग जाएगा।
आप वैक्सीन लेने के लिए कैसे क्वालिफाई करते हैं?
60 साल से ऊपर के लोग तो उम्र के आधार पर क्वालिफाई कर जाते हैं। आपको सिर्फ कोविन ऐप पर जाना है और अपनी डिटेल्स भरनी हैं और फिर आपको एक स्लोट दिया जाएगा, लेकिन अगर आपको कोई गंभीर बीमारी है और आपकी उम्र 45 साल ऊपर है तो इसके लिए कैसे तय किया जाएगा?
इस बारे में सरकार का कहना है कि एक पेज का मेडिकल डॉक्यूमेंट किया जाएगा उसको सरकार रिलीज करेगी। उस मेडिकल डॉक्यूमेंट पर कुल 20 डिजीज के नाम लिखे हुए हैं। आपको उस पेज पर डिजीज के आगे हां, या ना का ऑप्शन टिक करना है।
आपको ये डॉक्यूमेंट अपने मेडिकल प्रैक्टिशनर के पास लेकर जाना है। मेडिकल प्रैक्टिशनर लाइसेंस डॉक्टर होना चाहिए। वह देखेगा कि आपको कि आपकी बीमारी कितनी गंभीर है। इसके बाद डॉक्टर आपको डॉक्यूमेंट पर साइन करेगा और ये बन जाएगा आपका वैक्सीन लेने का लाइसेंस।
मेडिकल डॉक्यूमेंट बनवाने के बाद क्या करना होगा?
डॉक्टर को दिखाने और साइन कराने के बाद आपको उस डॉक्यूमेंट को कोविन ऐप पर अपलोड करना है। इसके बाद आपको पता लगेगा कि आपको कौन से स्लोट में वैक्सीन लगेगी। इसमें आपको घर के आसपास की जगह होंगी आपको पूछा जाएगा कि आपको प्राइवेंट में लगवाना है या पब्लिक में लगवाना है।
प्राइवेंट हॉस्पिट्स के ऊपर कैसे कंट्रोल किया जाएगा?
कई लोगों के मन में सवाल है कि क्या प्राइवेट में वैक्सीन क्यू जंप कर जाएगा? ब्लैक मर्केटिंग को कैसे रोका जाएगा, तो इसपर सरकार का कहना है कि प्राइवेट हॉस्पिटल्स को वैक्सीन की केवल लिमिटेड डोज ही दी जाएंगी। इसके साथ ही प्राइवेट हॉस्पिटल को वैक्सीनेशन से जुड़ा सभी डाटा ऐप पर अपलोड करना होगा।