नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत की आंख में आंसू आने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में महापंचायतों का दौर शुरू हो गया है। सबसे पहली महापंचयात मुजफ्फरनगर में हुई, दूसरी मथुरा और तीसरी महापंचायत आज बागपत के बड़ौत में होगी।
तहसील ग्राउंड में होने वाली महापंचायत में खाप चौधरियों के अलावा और किसान नेता भी मौजूद रहेंगे। उम्मीद जताई जा रही है इस महापंचायत में हजारों की संख्या में किसान जुड़ सकते हैं।
यही वजह है कि जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है। सभी चौराहों और सड़कों पर पुलिस नजर आ रही है। साथ ही तहसील परिसर में पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है ताकि कानून व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रहे।
किसानों का जमावड़ा शुरू
तहसील ग्राउंड में धीरे-धीरे किसानों का जमावड़ा शुरू हो गया है। ट्रैक्टर-ट्रॉली से किसान यहां पहुंचना शुरू हो गए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि महापंचायत में किसानों की भारी भीड़ देखने को मिल सकती है।
वहीं, किसान नेताओं का कहना है कि राकेश टिकैत के आंख में आंसू नहीं आए बल्कि उस दिन हर किसान रोया है। साथ ही बागपत में 40 दिनों से चल रहे किसानों के धरने को पुलिस ने लाठी के दम पर खत्म कराया है, जिसको लेकर इस महापंचायत में निर्णय लिया जाएगा कि वह धरना दोबारा शुरू कराया जाए या नहीं।