नई दिल्ली: किसान (Farmers) आंदोलन से जुड़े टूलकिट मामले में दिल्ली (Delhi) की पटियाला (Patiala) हाउस (House) कोर्ट (Court) के सत्र न्यायालय ने 21 साल की पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा (Disha) रवि (Ravi) की ज़मानत अर्ज़ी मंज़ूर कर ली है।
Toolkit case: Session Court of Patiala House Court allows the bail plea of Disha Ravi; Additional Session Judge Dharmender Rana grants bail to her on furnishing a bail bond of Rs 100,000 with two surety in like amount.
— ANI (@ANI) February 23, 2021
अदालत ने शनिवार को दोनों पक्षों को सुनने के बाद अपना फैसला आज के लिए सुरक्षित रख लिया था। आज एडिशनल सेशन जज धर्मेंदर राणा ने दिशा को एक लाख रुपये के निजी मुचलके पर ज़मानत दी। इससे पहले बीते रोज़ दिशा (Disha) रवि (Ravi) की कस्टडी पूरी होने के बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने उन्हें एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था।
शनिवार को कोर्ट में क्या हुआ था?
दिल्ली (Delhi) पुलिस (Police) की तरफ से कहा गया कि इस मामले में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं। जिन्हें हम सील बंद लिफाफे में देना चाहते हैं। इस पर जज ने कहा कि आप दस्तावेज दाखिल कर करें। जज ने पूछा कि दिशा रवि को किन धाराओं में गिरफ्तार किया गया है, इस पर दिल्ली पुलिस ने दस्तावेज सौंपे।
दिल्ली (Delhi) पुलिस (Police) ने कहा कि मो धालीवाल की तरफ से सोशल मीडिया पर खालिस्तान समर्थन में पेज बनाया गया। पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन ने किसानों के आंदोलन का इस्तेमाल किया और भारत की छवि खराब करने की कोशिश की।
कनाडा का पोएटिक जस्टिक फाउंडेशन से जुड़ा धालीवाल भारत मे किसानों की आड़ में माहौल खराब करने की फिराक में था। अगर वो सीधे कोई कार्रवाई करता तो एक्सपोज़ हो जाता इसलिए उसने भारत में कुछ चेहरों का सहारा लिया। पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन लगातार भारत के खिलाफ उसकी छवि को खराब करने की कोशिश करता है।
दिल्ली (Delhi) पुलिस (Police) ने कहा कि देशविरोधी गतिविधियों में शामिल होना एक बड़ा अपराध है। दिशा रवि के पास ये अधिकार था कि टूलकिट को एडिट कर सकती थीं। दिशा की तरफ से सभी सबूतों को मिटाया गया है।
दिशा ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की है. दिशा ने व्हाट्सएप ग्रुप डिलीट कर दिया था. टूलकिट के जो भी सुबूत थे वो भी उसने मिटा दिए थे। पुलिस ने कहा कि 11 जनवरी को जूम पर मीटिंग की गई जिसमें धालीवाल समेत कई लोग शामिल थे। 17 और 18 जनवरी को भी जूम पर मीटिंग की गई।
शांतनु और निकिता से सोमवार को हुई 7 घंटे पूछताछ
इससे पहले सोमवार को दिल्ली (Delhi) पुलिस ने शांतनु और निकिता से करीब 7 घंटे तक पूछताछ की पुलिस ने दोनों को आमने-सामने बिठाकर क्रॉस क्वेश्चनिंग भी की। सूत्रों के मुताबिक, शांतनु और निकिता से सवाल उस टाइम लाइन से जुड़े थे।
जो पुलिस को दिशा रवि से और अब तक कि जांच में पता चले थे। टाइम लाइन के मुताबिक दिशा रवि, शान्तनु और निकिता साल 2019 और 20 से आपस मे सम्पर्क में थे और दिसंबर के पहले हफ्ते में ही पूरी प्लानिंग शुरू हो गई थी।