नई दिल्ली: हिन्दूस्थान पोस्ट के संवाददाता नरेश वत्स की पुलिस ने उस समय पिटाई कर दी जब वे पंजाब के मुख्यमंत्री भगवन्त मान और मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की प्रेस कांफ्रेंन्स में जा रहे थे।
हैरत की बात यह है कि इस पत्रकार के पास पीआईबी से जारी परिचय पत्र को भी मानने से इंकार किया बड़ी बात यह भी है कि पत्रकार के साथ हुए इस दुर्व्यवाहर पर न भगवंत मान और न ही अरविन्द केजरीवाल ने संवेदना के दो शब्द व्यक्त किये।
नरेश वत्स ने पुलिस में क़ी शिकायत दर्ज
मैं पिछले 26 सालों से सक्रिय पत्रकारिता कर रहा हूं भारत सरकार के सूचना विभाग से स्वतंत्र पत्रकारिता कर रहा हूं। मुझे मेरे संस्थान “हिन्दूस्थान पोस्ट” की संपादकीय मीटिंग में दिल्ली के इंपिरियल होटल में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्रैस कॉन्फ्रेस कवरेज करने के लिए कहा गया था ।
ठीक 12 बजकर 5 मिनट पर मैं होटल के प्रैस कॉन्फ्रेस स्थल पर पहुंचा । गेट पर मुझे सिक्योरिटी पर तैनात पुलिस वालों ने रोका और कहा कि आप अंदर नही जा सकते । मैने उनको बताया कि मैं एक पत्रकार हूं और प्रैस कवरेज के लिए आया हूं । मुझे कहा गया कि आप इंतजार कीजिए, हम अंदर से पुछकर आते है।
तो गेट पर तैनात पुलिस वाले एक अधिकारी को बुलाकर लाए उन्होंने मेरा परिचय पुछा कि आप कौन है। मैने उनको बताया कि मैं एक पत्रकार हूं और यहां रिपोर्टिग के लिए आया हूं । मैने उनको अपना पीआईबी का कार्ड दिखाया उन्होंने तपाक से कहा कि आप पत्रकार नही है।
आप अंदर नही जा सकते मैने इसका विरोध किया पुलिस वालों को कहा कि इनको जेल में डाल दो, मैने फिर उनको कहा कि आप मुझे जेल में कैसे डाल सकते है । उसके बाद चार पुलिस वाले मुझे घसीट कर ले गये और लात घूसों से पिटाई भी की और चारो पुलिस वालों ने मेरी पिटाई की ये सब होटल के सीसीटीवी कैमरे में कैद है । मुझे इससे मानसिक आघात पहुंचा है।
पुलिस द्वारा मेरी पिटाई की जानकारी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी हुई लेकिन इन्होंने पुलिस कर्मियों को कोई नसीहत नही दी । जबकि पुलिस कर्मियों की इस करतूत के खिलाफ इन्हें बोलना चाहिए था।
अप्रत्यक्ष तौर पर भगवंत सिंह मान और अरविंद केजरीवाल पुलिस कर्मियों का पक्ष लेते नज़र आ रहे हैं। मेरा आपसे अनुरोध है कि इंपिरियल होटल के सीसीटीवी कैमरे को जब्त किया जाए । मेरे साथ हुई मारपीट करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की जाए। मेरी पिटाई करने वाले पुलिस कर्मियों का मौन समर्थन करने वाले भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल को भी अभियुक्त बनाने का काम करे।