जांच और सर्जरी के साथ प्राइवेट अस्पातलों में ICU बेड भी फ्री

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नई दिल्ली: दिल्ली की जनता को प्राइवेट अस्पतालों में फ्री में जांच और सर्जरी के बाद अब आईसीयू की सुविधा भी फ्री में मिलेगी। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने बकायदा गाइडलाइन जारी कर दी है। दिल्ली आरोग्य कोष (DOK) के जरिए दिल्ली के लोगों के लिए यह सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी पूरी कर ली है। मरीजों के लिए प्राइवेट अस्पताल में पहले से ही ऑनलाइन आईसीयू बेड रिजर्व किया जा सकता है। यह सुविधा सिर्फ उन्हीं लोगों के लिए है, जिनके पास दिल्ली का वोटर आई कार्ड है। स्वास्थ्य विभाग ने दिल्ली आरोग्य कोष में 1016 एक्स्ट्रा सर्जरी जोड़ी और आरोग्य कोष के गवर्निंग बॉडी में नए लोगों को नॉमिनेट किया है। इससे जुड़ने वाले प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम्स को बेस प्राइज के अलावा 10 से 30 पर्सेंट तक अतिरिक्त पैकेज देने का फैसला किया गया है। अब इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग आईसीयू की सुविधा उपलब्ध कराने जा रहा है। आरोग्य कोष के तहत आईसीयू के अलावा, न्यूनेटल आईसीयू और पीडिएट्रिक्स आईसीयू की भी सुविधा होगी। दिल्ली आरोग्य कोष की नई गाइडलाइन के अनुसार स्वास्थ्य विभाग एनएबीएच से मान्यता प्राप्त अस्पतालों से ही इस योजना के लिए करार कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि 100 और इससे ज्यादा बेड की क्षमता वाले एनएबीएच एक्रिटेडेट प्राइवेट अस्पतालों के साथ करार किया जाएगा, जहां पर तीन आईसीयू बेड रिजर्व रखा जाएगा। वहीं, एनएबीएच एक्रिडेटेड नर्सिंग होम्स के साथ किए जा रहे करार के तहत सेंटर को नवजातों के लिए 10 आईसीयू बेड रिजर्व रखने होंगे, जिन्हें सरकारी अस्पताल से रेफर करने पर तुरंत उपलब्ध करवाया जा सकेगा।

स्वास्थ्य विभाग ने आईसीयू मुहैया कराने के लिए अलग से गाइडलाइन तैयार की है, जिसके तहत अगर मरीज को सरकारी अस्पताल से प्राइवेट अस्पताल में आईसीयू के लिए रेफर किया जा रहा है तो इसके लिए मरीज के पास दिल्ली का वोटर आई कार्ड हो। अगर मरीज 19 साल से कम का है तो माता-पिता का वोटर आई कार्ड हो। मरीज के लिए ऑनलाइन बेड रिजर्व किया जा सकता है, रेफर करने वाला सरकारी अस्पताल प्राइवेट में ऑनलाइन आईसीयू बेड रिजर्व रख सकता है। अगर मरीज पहले किसी प्राइवेट अस्पताल में है और उसे रजिस्टर्ड प्राइवेट अस्पताल में आईसीयू बेड चाहिए तो वोटर आई कार्ड के अलावा पहले अस्पताल में कम से कम 10 दिन तक इलाज हुआ हो। साथ ही यहां से दूसरे अस्पताल में ऑनलाइन बेड रिजर्व किया जा सकेगा। दिल्ली में आईसीयू की किल्लत आए दिन सुनने को मिलती है। आंकड़ों के अनुसार दिल्ली सरकार के कुल 33 अस्पतालों में 10,059 बेड हैं, जिसमें 400 आईसीयू बेड हैं, लेकिन इसमें से 52 वेंटिलेटर खराब हैं।

 

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