नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस (Republic Day) समारोह के दौरान आतंकियों द्वारा गड़बड़ी फैलाने की खुफिया सूचना को देखते हुए सुरक्षा के चौकस इंतजाम किए गए हैं। खासतौर से राजपथ और परेड मार्ग पर अभेद्य सुरक्षा घेरा रहेगा। गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर पहली बार फेशियल रिकॉग्निशन कैमरों से नजर रखी जाएगी।
ये कैमरे गणतंत्र दिवस (Republic Day) स्थल पर प्रवेश द्वारा, वीआईपी (VIP) मंच, प्रांगण जैसी जगहों पर लगाए गए हैं। इन कैमरों का कंट्रोल पुलिस कंट्रोल रूम में बनाया गया है। स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की टीम सादे कपड़ों में इन कैमरों के आसपास तैनात रहेंगी। 20 जगहों पर पराक्रम वाहन तैनात:राजपथ से लेकर लालकिले तक परेड मार्गपर 20 पराक्रम वाहन तैनात रहेंगे। प्रत्येक ‘पराक्रम’ वाहन में चार कमांडो हैं। उनके पास कैमरे, हथियार, एंटी बैलेस्टिक ग्लास होंगे।
ड्रोनरोधी तकनीक व हेलीकाप्टर से सुरक्षा :हवाई हमले से निपटने के लिए ड्रोनरोधी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। सेना के चार हेलीकाप्टर से नजर रखी जाएगी। राजपथ (RAJPATH) से लेकर पूरे परेड रूट पर 71 इमारतों पर रूफटॉप दस्तों को तैनात किया गया है। वहीं, गणतंत्र दिवस (Republic Day) समारोह के दौरान दिल्ली एयरपोर्ट (Delhi Airport) से न तो कोई फ्लाइट टेक ऑफ करेगी और न ही लैंड करेगी।
प्रधानमंत्री की रैली में उपयोग किया जा चुका
गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर राजपथ के आसपास चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा रहेगी। आतंकी खतरे की आशंका और अराजक तत्वों से निपटने को फेस रिकॉग्निशन कैमरों और ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा।इन कैमरों का उपयोग बीती 2 दिसंबर को रामलीला मैदान में हुई प्रधानमंत्री की रैली में किया जा चुका है।
क्या होता है फेस रिकॉग्निशन कैमरा
फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरों, चेहरे के थ्री-डी स्कैन और आंखों की पुतलियों को मिलाकर किसी व्यक्ति की पहचान सुनिश्चित करता है।
दूर से नजर रख सकते हैं
- हजारों लोगों की भीड़ पर दूर से नजर रखने में समर्थ
- बायोमीट्रिक से शरारती तत्वों को पहचानकर, धरपकड़ में कारगर
- इस तकनीक के माध्यम से जुड़वां लोगों को भी अलग-अलग पहचाना जा सकता है