नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली समेत पूरे एनसीआर की हवा फिर से जहरीली हो चुकी है। एयर क्वॉलिटी इंडेक्स में हवा का स्तर बेहद खराब हो गया है। जानकारों की मानें तो अगले दो दिन हालात ऐसे ही बने रहेंगे। बुधवार से ही यह बदलाव देखने को मिल रहा था। हवाओं की गति थमते ही प्रदूषक फिर से हवा में जमने लगे हैं, जिसकी वजह से पीएम 2.5 के स्तर में तेजी से इजाफा हो रहा है। सफर और आईएमडी के अनुसार 21 और 22 नवंबर को प्रदूषण दिल्लीवालों को फिर से काफी परेशान करेगा। इसके बाद 23 नवंबर से हवा की रफ्तार बढ़ने से प्रदूषण से राहत मिलेगी।
जगह | AQI | स्थिति |
दिल्ली | 312 | बहुत खराब |
नोएडा | 361 | बहुत खराब |
गाजियाबाद | 373 | बहुत खराब |
गुरुग्राम | 174 | मध्यम |
फरीदाबाद | 304 | बहुत खराब |
आपको बता दें कि 0-50 तक का AQI ‘अच्छा’ माना जाता है। 51-100 तक ‘संतोषजनक’, 101-200 ‘मध्यम’, 201-300 ‘खराब’, 301-400 ‘बहुत खराब’ और इससे ऊपर गंभीर श्रेणी में आता है। 500 के ऊपर AQI गंभीर और आपतकाल स्थिति के लिए होता है।
सीपीसीबी के एयर बुलेटिन के अनुसार बुधवार को दिल्ली का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 301 रहा था। एनसीआर के कई शहर में प्रदूषण का स्तर काफी अधिक बढ़ गया है। गाजियाबाद में एक्यूआई 366, फरीदाबाद में 253, ग्रेटर नोएडा में 340, गुड़गांव में 221 और नोएडा में 320 रहा। बुधवार को पराली के धुएं ने राजधानी को 14 पर्सेंट तक प्रदूषित किया।
फिर बिगड़ने लगी स्थिति
सफर के मुताबिक प्रदूषण के लिहाज से दिल्ली-एनसीआर की स्थिति फिर बिगड़ने लगी है। अगले दो दिनों के दौरान एक्यूआई बेहद खराब से गंभीर स्तर पर रह सकता है। इस दौरान हवाओं की गति काफी कम रहेगी। वही पराली जलने के भी 1000 के करीब मामले सामने आए हैं। हालांकि गुरुवार को हवा की दिशा बदलती रहेगी। हवा कभी ईस्ट की तरफ से आएगी तो कभी नॉर्थ की तरफ से। ऐसे में पराली का धुआं अधिक प्रभावित नहीं करेगा। यह महज 7 पर्सेंट रह सकता है।
इसके साथ ही ठंड भी बढ़ने लगी है। बुधवार को सीजन की सबसे ठंडी सुबह रही। न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री, जबकि लोधी रोड में यह 10.6 डिग्री और पूसा में 11 डिग्री रहा। 26 नवंबर को हल्की बारिश की संभावना है।