Delhi Violence: हिंसा की किसी भी साजिश को कुचलने के लिए दिल्ली पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स के जवानों ने रात भर हिंसा ग्रस्त इलाको में गश्त किया. मौजपुर, करावल नगर, भजनपुरा, सीलमपुर और जाफराबाद जैसे इलाकों में पुलिस की भारी बंदोबश्त है. पुलिस एहतियातन लोगों से सावधानी बरतने की बात कह रही है और अफवाहों से बचने की अपील कर रही है।
- दिल्ली में पटरी पर आ रही है जिंदगी
- हिंसा में अबतक 41 लोगों की मौत
- हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिस की गश्त
हिंसा के खौफनाक चक्र के बाद राजधानी दिल्ली में अब जिंदगी आहिस्ता-आहिस्ता कदम आगे बढ़ा रही है दुकानें खुलने लगी हैं, गाड़ियां निकलने लगी हैं। बाजार में चहल-पहल देखी जा रही है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या 41 तक पहुंच गई है। हिंसा की किसी भी साजिश को कुचलने के लिए दिल्ली पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स के जवानों ने रात भर हिंसा ग्रस्त इलाको में गश्त किया। मौजपुर, करावल नगर, भजनपुरा, सीलमपुर और जाफराबाद जैसे इलाकों में पुलिस की भारी बंदोबश्त है। पुलिस एहतियातन लोगों से सावधानी बरतने की बात कह रही है और अफवाहों से बचने की अपील कर रही है।
केंद्रीय मंत्री से मिले केजरीवाल
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी से मुलाकात की है। उन्होंने मुलाकात के बाद कहा कि दिल्ली के सबसे ज्यादा मामले इन्हीं की मिनिस्ट्री में होते हैं। चुनाव के बाद पहली मुलाकात हुई है। दोनों ने तय किया है कि हम पांच साल मिलकर काम करेंगे, केजरीवाल ने कहा कि जो हिंसा में नुकसान हुआ उसके पुनर्वास के लिए किसी भी चीज की जरूरत होगी तो हम मदद करेंगे, पूरे मामले में मैं अधिकारियों से लगातार ब्रीफ ले रहा हूं।
फेक सोशल मीडिया संदेश पर नजर
दिल्ली सरकार के सूत्रों से पता चला है कि व्हाट्सएप पर नफरत से भरी बातें फैलाई जा रही है। अगर किसी को ऐसी कोई सामग्री मिलती है तो उसे दिल्ली सरकार में तुरंत शिकायत दर्ज करानी चाहिए। दिल्ली सरकार इसके लिए एक व्हाट्सएप नंबर जारी करने जा ही है। दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक ऐसे शिकायतों की समीक्षा के बाद अगर उन्हें सही पाया गया तो आगे की कार्रवाई के लिए इसे पुलिस के पास फॉर्रवर्ड कर दिया जाएगा।
जाफराबाद से मौजपुर जाने वाली सड़क सामान्य
जाफराबाद से मौजपुर जाने वाली सड़क पर ट्रैफिक सामान्य है। ई-रिक्शा चल रहे हैं। लेकिन दुकानें बंद हैं। स्थानीय लोगों को इससे परेशानी हो रही है. इन्हें दूध, ब्रेड और अंडों की जरूरत है। लोगों ने मांग की है कि दवा की दुकानें भी खुलनी चाहिए। हालांकि सड़कों पर लोग बाहर निकल रहे हैं। इन इलाकों में अभी भी पुलिस की तैनाती है। बाइक से लोग दूध की सप्लाई कर रहे हैं।
भजनपुरा में सड़कें खुली, दफ्तर बंद
भजनपुरा में भी स्थिति सामान्य हो रही है। भजनपुरा का पेट्रोल पंप पूरी तरह से तबाह हो गया है। भजनपुरा में ऑफिस नहीं खुले हैं। हालांकि सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही हो रही है, लेकिन दफ्तर बंद है। भजनपुरा में हिंसा की वजह से रोजगार पर भी असर पड़ा है। कई दुकान और फैक्ट्रियां बंद हैं।
मौजपुर में सामान्य हो रही है स्थिति
हिंसा से प्रभावित मौजपुर में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। शनिवार सुबह जब आजतक संवाददाता मौजपुर चौक पहुंचे तो ट्रैफिक मूवमेंट लगभग सामान्य थी। रेड लाइट पर गाड़ियों की कतारें थी, लोग दफ्तर के लिए निकल रहे थे। आज तक ने मौके पर मौजूद लोगों से भी बात की उन्होंने कहा कि स्थिति अब काफी हद तक कंट्रोल हो चुकी है। लोग अब घरों से बिना डर के निकल रहे हैं। दुकानें भी खुलने लगी हैं, दवा दुकानों के खुलने का लोगों को इंतजार था। अब इलाके के मेडिकल स्टोर्स भी खुल गए हैं।
दिल्ली हिंसा में सब कुछ गंवा चुके लोगों को दिल्ली सरकार ने मदद देनी शुरू कर दी है। इसके लिए सरकार ने विज्ञापन जारी किया है और पीड़ितों को फॉर्म भरकर स्थानीय एसडीएम ऑफिस में जमा करने को कहा है। इस फॉर्म के आधार पर लोगों को मदद दी जाएगी।
पुलिस का कहना है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली की इस हिंसा में 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक उत्तर-पूर्वी दिल्ली की इस हिंसा में अबतक 123 एफआईआर दर्ज किया गया है। इस मामले में पुलिस ने अबतक 100 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 530 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
दिल्ली पुलिस शांति बहाली के लिए प्रभावित इलाकों में अमन कमेटी की मीटिंग करवा रही है। पुलिस की नजर सोशल मीडिया के मैसेज पर है। फेक मैसेज फैलाने वालों को पुलिस ने कहा है कि उनके खिलाफ बेहद सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। फेक मैसेज के खिलाफ साइबर सेल में कोई भी शिकायत कर सकता है।