नई दिल्ली : दिल्ली (Delhi) विधानसभा चुनाव (Assembly elections) इलेक्शन की डेट बेशक 8 फरवरी को है, लेकिन दिल्ली (Delhi) में वोट डाले जा रहे हैं। यह वोटिंग पोस्टल बैलट पेपर्स की है। 28 जनवरी से शुरू हुई यह वोटिंग अलग-अलग जिलों के सेंटर पर है। इस वोटिंग में उन दिल्ली (Delhi) पुलिसकर्मियों और सरकारी कर्मचारियों को शामिल किया है, जिनकी ड्यूटी इलेक्शन वाले दिन लगी हुई है।
दिल्ली (Delhi) के अलग-अलग जिलों में ग्यारह सेंटरों पर पुलिसकर्मियों ने अपने उम्मीदवारों की विधानसभा नंबर के आधार पर वोट डाले। दिल्ली पुलिस की इलेक्शन सेल के मुताबिक, तकरीबन 50 हजार से अधिक वोटिंग डाली जानी है। पहले चुनाव बैलेट पेपर पर ही होते थे। बैलेट पेपर में प्रत्याशियों के चुनाव चिह्न और नाम छपे होते थे। चुनाव के दिए हर एक मतदाता को मतदान केंद्र पर एक बैलेट पेपर दिया जाता था।
फिर मतदाता अपनी पसंद के प्रत्याशी के नाम और चुनावी चिह्न के आगे सील या ठप्पा मार देता था। इस बैलेट पेपर को मोड़कर वहीं पर रखे बैलेट बॉक्स में डाल दिया था। जब सारे वोट पड़ जाते थे तो इस बॉक्स को चुनाव अधिकारी सील बंद करके स्ट्रांग रूम तक पहुंचाते थे। मतगणना के दिन सबसे पहले इन्हीं पोस्टल बैलेट पेपर्स से रुझान आता है।