नई दिल्ली: भारत (India) में कोरोना (Corona) का पहला मामला सामने आने के 11 महीने बाद डीसीजीआई (DCGI) ने आज ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन (Vaccine) और ‘कोवैक्सीन’ को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इन दो वैक्सीन (Vaccine) को अनुमति मिलने के बाद दिल्ली (Delhi) के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का बयान सामने आया है।
In the first phase, healthcare workers & frontline workers will be vaccinated. There are three lakh healthcare workers & six lakh frontline workers in Delhi who will be administered with the COVID vaccine: Delhi Health Minister Satyendar Jain https://t.co/2nt2ogyq93 pic.twitter.com/jkNScrMTyq
— ANI (@ANI) January 3, 2021
सत्येंद्र जैन ने कहा, “दिल्ली सरकार की ओर से तैयारियां चल रही हैं। राजधानी में 3 लाख हेल्थकेयर वर्कर और 6 लाख फ्रंट लाइन वर्कर हैं। सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर फिर फ्रंट लाइन वर्कर और उसके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और 50 साल से कम उम्र के कोमोरबिड लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।”
देश में पहले चरण में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने की योजना
डीसीजीआई (DCGI) की मंजूरी के बाद वैक्सीन (Vaccine) को करोड़ो लोगों को दिए जाने का रास्ता खुल गया है। यह देश के लिए बड़ी राहत की बात है, क्योंकि दुनिया में अमेरिका के बाद संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले भारत (India) में हैं।
केंद्र सरकार ने अगले 6 से 8 महीनों में टीकाकरण अभियान के पहले चरण में लगभग 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने की योजना बनाई है। इसमें 1 करोड़ हेल्थकेयर वर्कर्स, 2 करोड़ फ्रंटलाइन और जरूरी सेवाओं में लगे कर्मचारी और 50 साल से अधिक उम्र के ऐसे 27 करोड़ बुजुर्ग जिन्हें अन्य बीमारियां हैं, शामिल हैं।