हैकर्स के निशाने पर डेबिट और क्रेडिट कार्ड बिना ओटीपी खाते से चोरी हुए 1.5 लाख

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नई दिल्ली : डेबिट (Debit) और क्रेडिट कार्ड (credit card) से होने वाली जालसाजी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। आए दिन इससे जुड़ी खबरें सुनने को मिलती हैं। ताजा मामले में नोएडा की नेहा चंद्रा इस धोखाधड़ी का शिकार हो गईं। पीआर कंपनी में काम करने वाली नेहा नए साल की छुट्टियां मनाने पेरिस गई थीं जहां मेट्रो से यात्रा करने के दौरान उनका वॉलिट चोरी हो गया। इससे पहले की वह कुछ समझ पातीं हैकर्स ने उनके डेबिट (Debit और क्रेडिट कार्ड (credit card) से 1.5 लाख रुपये चुरा लिए। इसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि इस ट्रांजैक्शन को बिना ओटीपी या पिन के पूरा किया गया।

तीन ट्रांजैक्शन में चोरी हुए पैसे
हैकर्स ने महिला के खाते से तीन बार में पैसे ट्रांसफर किए। इसमें 52,499.99 रुपये और 44,544.24 रुपये HDFC डेबिट कार्ड और 52,499.99 रुपये का ट्रांजैक्शन उनके एचडीएफसी क्रेडिट कार्ड से किया गया। घटना के तुरंत बाद नेहा ने एचडीएफसी कस्टमर केयर पर फोन कर कार्ड को ब्लॉक कराया और खाते में बचे हुए पैसों को दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर किया। साथ ही उन्होंने पेरिस में इसकी एफआईआर भी दर्ज कराई।

नहीं पड़ती ओटीपी की जरूरत
इस बारे में साइबर सिक्यॉरिटी फर्म के Lucideus के को-फाउंडर राहुल त्यागी ने बताया कि भारत में इशू किए गए डेबिट कार्ड को विदेश में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए इस्तेमाल किए जाने पर एक तय राशि तक ओटीपी की जरूरत नहीं पड़ती। त्यागी ने आगे कहा, ‘हैकर्स को इस तरह के फ्रॉड करने के लिए केवल कार्ड नंबर और CVV की जरूरत पड़ती है। एटीएम ट्रांजैक्शन के लिए हैकर्स के पास कई तरीके हैं जिनसे वे यूजर के पिन को ऐक्सेस कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर हैकर पिन को रीसेट करने के साथ ही स्किमिंग अटैक कर सकता है।’

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