मौसम विभाग के अनुसार यह चक्रवात उत्तर और उत्तर पश्चिम दिशा में काफी रफ्तार में आगे बढ़ रहा है. अनुमान है कि इसकी गति अभी और बढ़ेगी. साइक्लोन अम्फान आज दोपहर तक पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हादिया में टकरा सकता है.
NDRF प्रमुख एसएन प्रधान ने बताया कि ओडिशा के तटिए इलाके में हवाओं की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई है. हालांकि, पश्चिम बंगाल में हवा उतनी तेज नहीं है. ओडिशा के बालासोर और भद्रक से 1.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. वहीं पश्चिम बंगाल से 3.3 लाख लोगों को तटिए इलाकों से दूर ले जाया गया है. 14 लाख से भी ज्यादा लोगों को शिफ्ट किया गया है.
6 मीटर तक ऊपर उठ सकती हैं लहरें
एसएन प्रधान ने बताया कि NDRF की टीम लगातार नजर बनाए हुए है. आईएमडी के अनुसार, तूफान के कारण समुद्र की लहरें तट से टकराते वक्त 4-6 मीटर ऊपर उठ सकती हैं और भूमि क्षेत्र में प्रवेश कर सकती हैं. एनडीआरएफ की टीमें तूफान से नुकसान को बचाने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय कर रही है. ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 41 टीमें तैनात हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात की रफ्तार काफी से बढ़ रही है. चक्रवात अम्फान अपने केंद्र में 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. कैम्प्स के अलावा ओडिशा में 2000 से ज्यादा मकान तैयार हैं, जिनमें जरूरत पड़ने पर तटवर्ती इलाके के लोगों को रखा जाना है. इससे पहले ही यहां मछुआरों और समुद्र के किनारे रहने वाले लोगों को वहां से हटा लिया गया है. ओडिशा में सुबह के करीब 4:30 बजे ही कुछ हिस्सों में 82 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी. तटिए इलाके के लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया गया है. राज्य सरकार के अधिकारी नजर बनाए हुए हैं. साथ ही एनडीआरएफ की कई टीमें वहां तैनात की गई हैं. ओडिशा के भद्रक में तेज हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं. मौसम विभाग का अनुमान है कि दिन में करीब 2:30 बजे के आसपास चक्रवात ओडिशा के तट से टकराएगा.
ओडिशा में चक्रवात अम्फान का उफान (तस्वीर- PTI)
बालासोर के चांदीपुर में तेज हवाएं बढ़ चली हैं. तट पर हलचल दिखने लगी है. अम्फान ओडिशा समेत तट से सटे 8 राज्यों में तबाही मचा सकता है. इसके मद्दे नजर बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु में पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है. ओडिशा और पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं. ओडिशा के मुख्यमंत्री ने कहा है कि तूफान से एक भी व्यक्ति की जान न जाए, इसकी व्यवस्था की गई है.
वहीं, सुपर साइक्लोन अम्फान का असर मॉनसून पर भी पड़ सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक मॉनसून आने में कुछ समय की देरी हो सकती है. भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि पहले मॉनसून के 1 जून तक आने की संभावना थी लेकिन अब अम्फान साइक्लोन की वजह से कुछ दिनों और लग सकते हैं. वहीं, केरल में भी मॉनसून के देर से पहुंचने की संभावना है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि केरल में इस बार मॉनसून देर से पहुंचेगा. मौसम विभाग ने बताया कि केरल में इस साल मॉनसून पांच जून तक आ सकता है.
पिछले साल अंडमान-निकोबार में मॉनसून अपनी तय तारीख से दो दिन पहले 18 मई को आ गया था लेकिन गति धीमी पड़ने से केरल में कुछ देर से पहुंचा था, जबकि पूरे देश में मॉनसून की शुरुआत 19 जुलाई को हुई थी. विभाग के मुताबिक इस साल मॉनसून सामान्य रहेगा.