COVID-19 ने बढ़ाई एयरलाइंस की संकट

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नई दिल्ली : दुनियाभर में कोरोना (Corona) वायरस (Virus) ने एक बड़ी​ चिंता खड़ी कर दी है। अभी तक कोरोना (Corona) वायरस (Virus) की वजह से सबसे अधिक धक्का टूरिज़्म, होटल और एविएशन इंडस्ट्री को लगा है। दरअसल, कोरोना (Corona) वायरस (Virus) के संक्रमण से बचने के लिए कई देशों ने यातायात पर काफी हद तक प्रतिबंध लगा दिया है। इस बीच Centre for Asia Pacific Aviation (CAPA) का कहना है कि कोरोना (Corona) के कहर के चलते मई के अंत तक अधिकतर एयरलाइंस (Airlines) का दिवाला निकल सकता है।

लगातार घट रही कंपनियों की कैश रिज़र्व
CAPA ने बताया कि इस नुकसान से तभी निपटा जा सकता है तब दुनियाभर की सरकारें इसके असर को कम करने के लिए मिलजुल कर कोशिश करें। 16 मार्च को जारी किए गए बयान में CAPA ने कहा है कि उड़ानों के रुकने और क्षमता से कम बुकिंग के चलते एविएशन (Aviation) कंपनियों (Companies) का कैश (Cash) रिजर्व (Reserve) लगातार घट रहा है। दुनिया में कई देशों द्वारा उड़ानों पर रोक लगाने की वजह से तमाम एयरलाइंस (Airlines) तकनीकी तौर पर दीवालिया होने के कगार पर पहुंच गई हैं।

एविएशन कंपनियों को लग सकता है तगड़ा झटका
CAPA के साउथ एशिया CEO Kapil Kaul ने मनीकंट्रोल से हुई बातचीत में कहा कि भारतीय एविएशन कंपनियों की बैलेंसशीट पहले से ही कमजोर है। इसमें अगर कोरोना (Corona) का कहर बढ़ता है तो भारतीय एविएशन कंपनियों को बहुत तगड़ा झटका लगेगा। हालांकि उन्होंने आगे कहा कि भारत की स्थिति अभी दूसरों देशों की तुलना में बेहतर है। उन्होंने आगे कहा कि air turbine fuel पर GST घटाने की जरुरत है।

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