- लॉकडाउन के बीच पास दिखाने को कहा तो निहंग ने एएसआई हरजीत का काट दिया था हाथ
- तकरीबन 7 घंटे की मेहनत के बाद पीजीआई के डॉक्टरों ने पुलिसकर्मी का हाथ जोड़ दिया
- एनबीटी ऑनलाइन के जरिए ASI हरजीत और उनके भाई गुरजीत ने लोगों से की सहयोग की अपील
- गुरजीत बताते हैं, हमने इस डर से कि कहीं भाभी को सदमा न लगे, घटना की जानकारी नहीं दी थी
Corona Virus: कोरोना वायरस (Coronavirus) जैसी महामारी के बीच पुलिसकर्मी अपना फर्ज निभा रहे हैं। लॉकडाउन (lockdown) के दौरान लापरवाही बरत रहे लोगों को रोक लिया जाए तो अहम को चोट लग जाती है। इसी अहम के बीच पटियाला में असिस्टेंट सब-इन्स्पेक्टर (ASI) हरजीत सिंह का निहंगों के समूह ने हाथ काट दिया था। पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन ऐंड रिसर्च में डॉक्टर्स के तमाम प्रयासों के बाद हरजीत का हाथ जोड़ दिया गया है।
‘एक दोस्त का फोन आया, बोला…’
गुरजीत कहते हैं, ‘मेरे बड़े भाई हरजीत सिंह (48) पटियाला के सदर पुलिस स्टेशन में तैनात हैं। मैं वहां 20 किलोमीटर दूर राजपुरा सिटी में रहता हूं। सुबह तकरीबन 6 बजकर 10 मिनट हुए थे। इसी दौरान हमारे कॉमन फ्रेंड का फोन आया। उन्होंने बताया कि हरजीत का हाथ काट दिया गया है। यह सुनकर मेरे होश उड़ गए। मैं आनन-फानन वहां के लिए निकल पड़ा। जब मैं अपने भाई के पास पहुंचा तो उनके चेहरे पर बिलकुल भी शिकन नहीं थी। उनका इलाज किया जा रहा था।’
‘डर! कहीं भाभी को सदमा न लगे’
घायल एएसआई हरजीत सिंह के भाई गुरजीत बताते हैं, ‘हमने इस घटना की जानकारी परिवारवालों को नहीं दी थी। हमें डर था कि भाभी (हरजीत सिंह की पत्नी) को अगर हमने बता दिया तो उनको कहीं सदमा न लग जाए। हां, मेरा भतीजा अर्शप्रीत टीवी पर सब देख चुका था। उसने मुझे फोन किया और बताया कि चाचा मैं सब जान गया हूं। मैंने टीवी का केबल निकाल दिया है ताकि मम्मी को न पता चल जाए। हमने अपने माता-पिता को भी घटना की जानकारी शाम को दी थी।’