कोरोना वैक्सीन: स्वदेशी कोरोना वैक्सीन पर क्यों हो रहा है विवाद

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नई दिल्ली: भारत (India) बायोटेक की कोरोना (Corona) वैक्सीन (Vaccine) को भारत (India) में मंजूरी दिए जाने के बाद से कंपनी को लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।देश की अपनी स्वदेशी कोवैक्सीन पर कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सवाल उठाए हैं।

और तीसरे चरण के परीक्षण डाटा मौजूद नहीं होने पर चिंता जताई है। भारत (India) बायोटेक ने इन आलोचनाओं को खारिज कर दिया और कहा कि इसका सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन (Vaccine) उत्पादन का रिकॉर्ड रहा है और इसके सभी डाटा पारदर्शी हैं।

बिना तीसरे चरण के ट्रायल के कोवैक्सीन को हरी झंडी क्यों?”
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बिना तीसरे चरण के परीक्षण के भारत बायोटेक के कोविड वैक्सीन को मंजूरी देने के लिए सरकार की जमकर खिंचाई की है। थरूर ने कहा, “हम सिर्फ इतना ही कह रहे हैं कि अगर टीका प्रभावी रूप से काम किया तो ये हमारे लिए गर्व की बात होगी।

लेकिन तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण से पहले इसे मंजूरी देना वैज्ञानिक प्रोटोकॉल का उल्लंघन है, जो अब तक कहीं भी दुनिया में नहीं हुआ है। अंध राष्ट्रभक्ति कॉमन सेंस का विकल्प नहीं हो सकती।”

भारत बायोटेक का जवाब
भारत (India) बायोटेक के अध्यक्ष कृष्णा इल्ला ने कहा ‘200 फीसदी ईमानदारी के साथ क्लीनिकल ट्रायल किए गए’ फिर भी ‘आलोचना’ की जा रही है। पर्याप्त डेटा का पहले ही खुलासा कर दिया गया है और लोगों के लिए यह ऑनलाइन मौजूद है।

कोवैक्सीन मेडिकल जरूरतों को पूरा करता है और इसने शानदार सुरक्षा डेटा सृजित किया है और इसकी रोग प्रतिरोधी क्षमता ठोस है। भारत (India) बायोटेक के अध्यक्ष कृष्णा इल्ला का कहना है कि उनकी वैक्सीन (Vaccine) को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि यह एक भारतीय कंपनी का प्रोडक्ट है। कोवैक्सीन के तीसरे चरण की डेटा मार्च तक उपलब्ध होगा।

एम्स के डायरेक्टर ने कहा- भारत बायोटेक का टीका बैक-अप के लिए है
विवादों के बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि भारत बायोटेक के टीके को मंजूरी ‘बैकअप’ के तौर पर केवल आपातकालीन स्थिति के लिए दी गई है और इन दावों को खारिज कर दिया कि टीका की पूरी प्रक्रिया को ‘फास्ट ट्रैक’ किया गया।

उन्होंने कहा, ‘अगर मामलों में बढ़ोतरी हो रही है तो हमें टीके के बड़े डोज की जरूरत होगी और तब हम भारत बायोटेक के टीके का इस्तेमाल कर सकते हैं। भारत (India) बायोटेक का टीका बैक-अप के लिए है।’

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