- नीतीश ने मजदूरों की घर वापसी पर केंद्र को कहा धन्यवाद
- बोले- सभी मजदूर 21 दिन तक क्वारनटीन सेंटर में रहेंगे
प्रवासी मजदूरों के रेल किराये पर बिहार सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि अन्य राज्यों से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लौटने वाले मजदूरों को किराए की राशि प्रदेश सरकार लौटा देगी. इसके लिए उन्हें प्रशासन की ओर से बनाए गए क्वारनटीन सेंटर पर 21 दिन क्वारनटीन में रहना होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारनटीन की अवधि पूरी हो जाने के बाद किराए का पैसा वापस पाने के लिए मजदूरों को टिकट दिखाना होगा. उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि क्वारनटीन की अवधि पूरी होने के बाद प्रत्येक श्रमिक को कम से कम एक-एक हजार रुपये मिलें.
सीएम नीतीश कुमार ने कहा, ‘मैं बिहार के लोगों को वापस भेजने के सुझाव पर विचार करने के लिए केंद्र को धन्यवाद देना चाहता हूं. अन्य राज्यों में फंसे बिहार के लोगों को वापस बिहार भेजने के लिए केंद्र को शुक्रिया. उनके लिए यहां क्वारनटीन सेंटर बनाया गया है.’
इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि हम शुरुआती तौर पर बिहार सरकार को अपनी तरफ़ से 50 ट्रेन देने को तैयार है. सरकार आगामी 5 दिनों में ट्रेनों का बंदोबस्त करें, पार्टी इसका किराया तुरंत सरकार के खाते में ट्रांसफ़र करेगी.
तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में लिखा था, ‘15 साल वाली डबल इंजन सरकार बिहारी मज़दूरों को वापस नहीं लाने के बहाने खोजकर टाल-मटोल कर रही है. 5 दिनों में 3 ट्रेनों से लगभग 3500 लोग ही वापस आ पा रहे है. कभी किराया, कभी संसाधनों तो कभी नियमों का रोना रोते है. नीतीश सरकार की मंशा मज़दूरों को वापस लाने की कतई नहीं है.’