सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 12वीं क्लास के नतीजे जारी कर दिए हैं। स्टूडेंट्स सीबीएसई की वेबसाइट www.cbse.nic.in/, के साथ आईवीआर टेलीफोन नंबर और मोबाइल ऐप पर भी नतीजे चेक कर सकते हैं।
Central Board of Secondary Education (CBSE) class 12 exam results announced pic.twitter.com/ToKynsBLFG
— ANI (@ANI) July 13, 2020
400 स्टूडेंट्स के नतीजे जारी नहीं हो पाए हैं। इनके नतीजे सीबीएसई बाद में जारी करेगा। सीबीएसई (CBSE) नेशनल इंफ्रोमेटिक्स सेंटर (NIC), डिपार्टमेंट ऑफ इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, कम्यूनिकेशन एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी भारत सरकार की टेक्निकल सपोर्ट के जरिए रिजल्ट दिखाता है।
This year CBSE will not announce the merit list of Class 12: CBSE (Central Board of Secondary Education) official to ANI pic.twitter.com/UnbeiYXu5D
— ANI (@ANI) July 13, 2020
स्टूडेंट्स www.cbse.nic.in/, www.results.nic.in और www.cbseresults.nic.in पर नतीजे चेक कर सकेंगे। इसके अलावा स्कूलों को उनके स्टूडेंट्स के रजिस्टर्ड किए हुए ईमेल आईडी पर भी नतीजे भेजे जाएंगे।
CBSE result 2020: इस बार 87651 और 7,35 फीसदी स्टूडेंट्स कंपार्टमेंट लिस्ट में शामिल हैं। 38686 स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिनके 95 फीसदी से ज्यादा अंक आए हैं। 157934 स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिनके 90 फीसदी से ज्यादा अंक आए हैं।
400 स्टूडेंट्स के नतीजे जारी नहीं हो पाए हैं। इनके नतीजे सीबीएसई बाद में जारी करेगा। जवाहर नवोदय विद्यालयों के नतीजे 98.7 फीसदी रिजल्ट गया है। वहीं केंद्रीय विद्यालय के 98.62 फीसदी रिजल्ट गया है।
सीबीएसई (CBSE) 12वीं में इस वर्ष 88.78 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए हैं जबकि पिछले वर्ष 83.40 फीसदी पास हुए थे। यानी इस बार रिजल्ट 5.38 % बेहतर रहा है। कुल रिजस्टर्ड 1203595 छात्रों में से 1192961 ने परीक्षा दी थी।
इनमें से 1059080 पास हुए हैं। सीबीएसई 12वीं में इस बार लड़कियों ने बाजी मारी है। लड़कियों का पास फीसदी लड़कों से 5.96 फीसदी ज्यादा है। त्रिवेंद्रम का पास फीसदी सबसे ज्यादा 97.67 फीसदी रहा है।
इसके बाद बेंगलुरू 97.05 पास फीसदी और इसके बाद चेन्नई का 96.17 पास फीसदी रहा है। पटना जोन में 74.56 फीसदी रिजल्ट रहा है। दिल्ली वेस्ट का रिजल्ट 94.61 फीसदी और दिल्ली ईस्ट का रिजल्ट 94.24 फीसदी रहा है।
नोएडा रीजन का रिजल्ट 84.87 फीसदी, प्रयागराज का रिजल्ट 82.49 फीसदी, अजमेर का 87.60 फीसदी रहा। सबसे खराब रिजल्ट पटना रीजन (74.57 फीसदी) का रहा।