नई दिल्ली: योग गुरु रामदेव (Ramdev) ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोरोना (Corona) वायरस (Virus) की दवा लॉन्च की है। रामदेव (Ramdev) की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे।
Delhi: Yog Guru Ramdev releases scientific research paper on ‘the first evidence-based medicine for #COVID19 by Patanjali’.
Union Health Minister Dr Harsh Vardhan and Union Minister Nitin Gadkari are also present at the event. pic.twitter.com/8Uiy0p6d8d
— ANI (@ANI) February 19, 2021
रामदेव (Ramdev) ने कहा है कि पतंजलि की कोरोनिल टैबलेट से अब कोविड का इलाज होगा। उन्होंने दावा किया कि आयुष मंत्रालय ने करोनिल (Coronil) टैबलेट को कोरोना की दवा के तौर पर स्वीकार कर लिया है। इसके अलावा उन्होंने पतंजलि की इस दवा के रिसर्च पेपर्स भी जारी किए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस लाइव- Ceremony to Announce #Patanjalis_EvidenceBased_Medicine4Corona #PatanjaliCoronil @nitin_gadkari @drharshvardhan https://t.co/roI7O2dd4y
— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) February 19, 2021
बाबा (Baba) रामदेव (Ramdev) ने कहा, ‘जब हमने कोरोनिल के जरिए लाखों लोगों को जीवनदान देने का काम किया तो कई लोगों ने सवाल उठाए। कुछ लोगों को लगता है कि रिसर्च का काम केवल विदेशों में ही हो सकता है। आयुर्वेद के रिसर्च पर ज्यादा शक किया जाता है।
पतंजलि की दवा कोरोनिल पर जो भी शक किया जा रहा था वो शक के बादल अब छंट चुके हैं।’ वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि आयुर्वेद की प्रमाणिकता और बाबा रामदेव पर किसी तरह का शक नहीं किया जाना चाहिए। बाबा रामदेव का सपना ही भारत सरकार का सपना है।
पिछले साल भी लॉन्च की गई थी कोरोनिल दवा
इससे पहले पतंजलि आयुर्वेद ने 23 जून 2020 को कोरोनिल टैबलेट और स्वासारि वटी दवा लॉन्च की थी, जिसमें दावा किया गया था कि ये दवा कोविड-19 को सात दिनों के भीतर ठीक कर सकती है। हालांकि दवा लॉन्च होते ही आयुष मंत्रालय ने कहा कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। इसके बाद मंत्रालय ने पतंजलि को दवा का विज्ञापन करने से भी रोक दिया था।
पतंजलि ने पहले दावा किया था कि दो आयुर्वेद-आधारित दवाओं ने कोविड-19 मरीजों पर क्लीनिकल ट्रायल के दौरान 100 फीसदी अनुकूल परिणाम दिखाए हैं, सिवाय एक लाइफ सपोर्ट सिस्टम के. हालांकि आयुष मंत्रालय ने पतंजलि को कोरोनिल बेचने की अनुमति दे दी थी।