- आरोग्य सेतु ऐप को लेकर प्राइवेसी की चिंताएं उठने पर ऐप टीम ने दी सफाई
- आरोग्य सेतु टीम ने ऐप को बताया पूरी तरह सुरक्षित, प्राइवेसी को कोई खतरा नहीं
- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आरोग्य सेतु ऐप पर उठा चुके हैं सवाल
- एक अंतरराष्ट्रीय एथिकल हैकर ने भी राहुल की बातों का किया है समर्थन
नई दिल्ली: कोरोना वायरस से बचाव के लिए आरोग्य सेतु ऐप लाया गया। लेकिन तब से अबतक प्राइवेसी को लेकर इसपर सवाल उठते रहे हैं। विपक्ष के बाद आज एक एथिकल हैकर ने राहुल गांधी को सही बताते हुए इससे प्राइवेसी को खतरा बताया।
इसपर अब आरोग्य सेतु टीम की सफाई आई है। आरोग्य सेतु टीम का कहना है कि हैकर से बात कर ली गई है और ऐप में कोई सिक्यॉरिटी ईशू नहीं है। आरोग्य सेतु टीम ने तीन बिंदुओं में अपनी बात रखी है।
- यूजर की लोकेशन क्यों लेता है ऐप
ऐप का काम करने का तरीका यही है। यह उसकी प्राइविसी पॉलिसी में भी बताया गया है। यह फायदे के लिए है। यूजर की लोकेशन किसी और से शेयर नहीं की जाती है। यह सिर्फ रजिस्ट्रेशन के वक्त, अपने असेसमेंट के वक्त और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग डेटा भरते वक्त ली जाती है। - क्या किसी यूजर की पर्सनल जानकारी रिस्क पर है
इस आरोग्य सेतु ऐप की टीम कहती है कि वे लोग अपने सिस्टम को लगातार अपडेट कर रहे हैं। टीम को अबतक किसी तरह की सुरक्षा में सेंध या डेटा चोरी की जानकारी नहीं मिली है। - कोई सेंसेटिव डेटा नहीं होता, वही सामने आता है जो पहले से है
यह सवाल भी उठा था कि ऐप से दूसरे इलाके के कोरोना वायरस मरीजों के बारे में पता चलता है। इसपर कहा गया कि 500 मीटर से 10 किलोमीटर तक की रेंज का पता लगाया जा सकता है। जानकारी उतनी ही दी जाती है जितनी पहले से पब्लिक डोमेन में है।
आरोग्य सेतु ने कहा, ” हमारे साथ शामिल होने के लिए हम एथिकल हैकर का आभार व्यक्त करते हैं। किसी भी भेद्दता की पहचान कर हमें तत्काल सूचित करने के लिए उपयोगकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हैं… ” आरोग्य सेतु के स्पष्टीकरण पर एल्ड्रसन ने ट्वीट किया, मैं आपके पास कल आऊंगा।”