नई दिल्ली: साल 1971 में आज ही के दिन (16 दिसंबर) को ही भारत ने आधिकारिक तौर से पाकिस्तान पर विजय की घोषणा की थी। इसलिए हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वर्णिम विजय दिवस पर कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने बहादुर सैनिकों के शौर्य को याद किया और 1971 युद्ध को भारतीय सेना के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय बताया।
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘स्वर्णिम विजय दिवस के अवसर पर हम 1971 के युद्ध के दौरान अपने सशस्त्र बलों के साहस और बलिदान को याद करते हैं। 1971 का युद्ध भारत के सैन्य इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। हमें अपने सशस्त्र बलों और उनकी उपलब्धियों पर गर्व है।
“On the occasion of ‘Swarnim Vijay Diwas’ we remember the courage and sacrifice of our armed forces during the 1971 war. The 1971 war is the golden chapter in India’s military history. We are proud of our armed forces and their achievements,” tweets Defence Minister Rajnath Singh pic.twitter.com/kbHq9L8O3D
— ANI (@ANI) December 16, 2021
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘भारतीय सैनिकों के अद्भुत साहस व पराक्रम के प्रतीक विजय दिवस की स्वर्ण जयंती पर वीर सैनिकों को नमन करता हूं। 1971 में आज ही के दिन भारतीय सेना ने दुश्मनों पर विजय कर मानवीय मूल्यों के संरक्षण की परंपरा के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ा था।’
पीएम मोदी आज विजय मशालों के श्रद्धांजलि समारोह में लेंगे हिस्सा
’71 युद्ध के स्वर्णिम विजय पर्व के मौके पर आज प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रीय समर स्मारक पर वीरगति को प्राप्त सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
On the 50th #VijayDiwas, I recall the great valour and sacrifice by the Muktijoddhas, Biranganas and bravehearts of the Indian Armed Forces. Together, we fought and defeated oppressive forces. Rashtrapati Ji’s presence in Dhaka is of special significance to every Indian: PM Modi pic.twitter.com/r7JLJUYE07
— ANI (@ANI) December 16, 2021
इस मौके पर चारों दिशाओं में भेजी गई मशाल भी पीएम की मौजूदगी में नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचेंगी। 71 युद्ध के वेटरन भी इस दौरान वहां मौजूद रहेंगे।