नई दिल्ली : प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरूआत को छह साल पूरे हो गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र (Narendra) मोदी (Modi) ने योजना को गेम चेंजर करार दिया है. उन्होंने शुक्रवार को छठी वर्षगांठ पर इस योजना की उपलब्धियों से जुड़े आंकड़े भी जारी किए.
Thanks to the Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana, the future of several families has become secure. A high proportion of beneficiaries are from rural areas and are women. I also applaud all those who have worked tirelessly to make PM-JDY a success. #6YearsOfJanDhanYojana pic.twitter.com/XqvCxop7AS
— Narendra Modi (@narendramodi) August 28, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज, छह साल पहले, प्रधानमंत्री जनधन योजना को बैंकिंग के महत्वाकांक्षी उद्देश्य के साथ शुरू किया गया था. यह पहल एक गेम चेंजर रही है, जो कई गरीबी उन्मूलन पहलों के लिए आधार के रूप में काम करती है, जिससे करोड़ों लोगों को लाभ होता है.”
पीएम ने योजना से जुड़े आंकड़ों का चार्ट भी जारी किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र (Narendra) मोदी (Modi) ने योजना की उपलब्धियां बताने के लिए ट्वीट कर योजना से जुड़े आंकड़ों का चार्ट भी जारी किया है. जिसके मुताबिक, अगस्त 2020 तक देश में कुल 40.35 करोड़ खाते खुल चुके हैं,
जबकि पिछले साल अगस्त 2019 तक यह आंकड़ा 36.79 करोड़ था. 63 प्रतिशत बैंक खाते गांवों में खुले हैं. सर्वाधिक 55.2 प्रतिशत खाते महिलाओं के हैं. इस योजना के तहत दो लाख रुपये की निशुल्क दुर्घटना बीमा के साथ डेबिट कार्ड भी जारी किए गए हैं.
पीएम ने कहा- यह पहल ‘‘बदलाव लाने वाली” रही है
‘जन धन’ योजना की छठी वर्षगांठ के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि यह पहल ‘‘बदलाव लाने वाली” रही है और यह गरीबी उन्मूलन के लिए उठाए गए कदमों की नींव साबित हुई है.
भारतीय जनता पार्टी के 2014 में सत्ता में आने के बाद, यह सरकार की पहली बड़ी योजना थी जिसके तहत करोड़ों लोगों खासकर गरीबों के बैंक खाते खोले गए.
ये योजना गरीबी उन्मूलन की कई पहलों की नींव साबित हुई
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, “आज के दिन, छह साल पहले, प्रधानमंत्री जनधन योजना बिना खाते वालों को बैंकों से जोड़ने के महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ शुरू की गई थी.
यह पहल महत्त्वपूर्ण बदलाव लाने वाली रही, गरीबी उन्मूलन की कई पहलों की नींव साबित हुई और इसने करोड़ों लोगों को लाभ पहुंचाया.