भारत (india) और चीन (china) के बीच मई के महीने से ही लद्दाख (Ladakh) में तनाव चल रहा था. समझौते के तहत चीन को मौजूदा जगह से पीछे हटना था, जब भारतीय (indian) सेना (army) के जवान वहां पर उसे सूचित करने पहुंचे. तो धोखे से चीनी सेना ने भारतीय जवानों पर हमला कर दिया.
इसी दौरान भारत के कमांडिंग अफसर समेत कुल 20 जवान शहीद हो गए. सूत्रों के अनुसार, इस घटना में चीन का भी एक कमांडिंग अफसर मारा गया है, जो कि झड़प की अगुवाई कर रहा था. बता दें कि भारतीय सेना के भी कमांडिंग अफसर की इस झड़प में जान गई थी.
भारत (india) और चीन (china) के सैनिकों के बीच गलवान घाटी के पास हुई हिंसक झड़प में चीन को भी भारी नुकसान हुआ है. बॉर्डर (border) के पास हुए तनाव के बाद बड़ी संख्या में एम्बुलेंस, स्ट्रेचर पर घायल और मृत चीनी सैनिकों को ले जाया गया.
बताया जा रहा है कि चीन (china) के करीब 40 से अधिक सैनिक हताहत हुए हैं. हालांकि, चीन (china) ने अपनी ओर से इसकी कोई पुष्टि नहीं की है.
एम्बुलेंस में ले जा रहा सैनिकों को
सूत्रों के हवाले से जो खबर मिली है, उसके मुताबिक 15-16 जून की रात को गलवान घाटी के पास दोनों देशों के सैनिकों के बीच जो हिंसक झड़प हुई, उसमें चीन को बड़ा नुकसान हुआ है.
इस नुकसान के अनुमान का आधार ये है कि चीन बॉर्डर पर स्ट्रेचर, एम्बुलेंस के जरिए घायल-मृत सैनिकों को ले जा रहा है. इसके अलावा गलवान नदी के पास चीनी हेलिकॉप्टर की हलचल बढ़ी है, जिसके जरिए सैनिकों को ले जाया जा रहा है.
इसके अलावा जो सैनिक चीन के साथ हुई इस झड़प शामिल थे, उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की है. हालांकि, चीन को कितना नुकसान हुआ है इसका सटीक आंकड़ा अभी सामने नहीं आया है हालांकि 40 के करीब की संख्या बताई जा रही है.
चीन ने हताहतों की संख्या मानने से किया इनकार
इससे पहले मंगलवार को भी ग्लोबल टाइम्स की ओर से इस बात को स्वीकारा गया था कि चीन को भारी नुकसान हुआ है. लेकिन बाद में वह संख्या बताने से मुकर गया था, इसके अलावा चीनी विदेश मंत्रालय ने भी कोई संख्या नहीं दी थी.