मुंबई इंडियंस ने आईपीएल सीजन-12 के फाइनल मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स को 1 रन से मात देकर चौथी बार आईपीएल की ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाया है। साथ ही रोहित शर्मा की कप्तानी वाली इस टीम के नाम एक बेहद खास रिकॉर्ड जुड़ गया है। दरअसल, मुंबई इंडियंस आईपीएल के एक सीजन में किसी टीम के खिलाफ सबसे ज्यादा मैच जीतने वाली दूसरी टीम बन गई है। मौजूदा सीजन में मुंबई ने फाइनल सहित चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ रिकॉर्ड 4 मैचों में जीत दर्ज की है, जो आईपीएल इतिहास में दूसरी बार हुआ है। इससे पहले आईपीएल 2018 सीजन में चेन्नई ने फाइनल सहित सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 4 मैचों में जीत दर्ज की थी। मौजूदा सीजन में मुंबई इंडियंस की टीम चेन्नई सुपर किंग्स पर लगातार हावी रही है। फाइनल मैच मिलाकर दोनों में चार बार मुकाबला हुआ हैं। और हर बार मुंबई ने बाजी मारी और उनका स्कोर रहा 4-0
1. 3 अप्रैल (मुंबई) – चेन्नई सुपर किंग्स को मुंबई इंडियंस ने 37 रनों से हराया
2. 26 अप्रैल (चेन्नई) – चेन्नई सुपर किंग्स को मुंबई इंडियंस ने 46 रनों से हराया
3. 7 मई (चेन्नई) – चेन्नई सुपर किंग्स को मुंबई इंडियंस ने 6 विकेट से हराया
4. 12 मई (हैदराबाद) – चेन्नई सुपर किंग्स को मुंबई इंडियंस ने 1 रन से हराया
आईपीएल इतिहास में सातवीं बार ऐसा हुआ, जब एक सीजन में दो टीमें चौथी बार एक-दूसरे से भिड़ीं। आपको बता दें कि मुंबई इंडियंस ने रविवार को फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स को आखिरी ओवर में बाजी पलट एक रन से हरा आईपीएल के 12वें संस्करण का खिताब अपने नाम कर लिया.इसके साथ ही रोहित शर्मा आईपीएल की पांच ट्रॉफी जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी बन गए।
रोहित के टीम में रहते कब-कब चैम्पियन बनी टीम-
डेक्कन चार्जर्स 2009 में
मुंबई इंडियंस 2013 में
मुंबई इंडियंस 2015 में
मुंबई इंडियंस 2017 में
मुंबई इंडियंस 2019 मेंचेन्नई के गेंदबाजों ने मुंबई को 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 149 रनों पर रोक दिया था। चेन्नई के लिए आखिरी ओवर तक सब सही जा रहा था लेकिन शेन वॉटसन (80) के रन आउट होने से बाजी पलट गई। आखिरी गेंद पर चेन्नई को जीत के लिए दो रन चाहिए थे। लसिथ मलिंगा ने इसी गेंद पर शार्दुल ठाकुर को आउट करा मुंबई के खाते में चौथा आईपीएल खिताब डाला। चेन्नई 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 148 रन ही बना सकी। वॉटसन ने 59 गेंदों पर आठ चौके और चार छक्के मारे। वॉटसन को इस मैच में तीन जीवनदान भी मिले, लेकिन वह फिर भी चेन्नई को जीत नहीं दिला पाए।