रणजीत बच्चन हत्या कांड: जानिए अब तक की पूरी घटना

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  • दोस्त आदित्य कुमार श्रीवास्तव है अहम गवाह
  • तफ्तीश के लिए 8 टीमों का हुआ गठन
  • पुलिस कमिश्नर ने 50 हजार रुपए का इनाम किया घोषित
  • सीसीटीवी कैमरों से हुई संदिग्ध व्यक्ति की पहचान

उत्तर प्रदेश: राजधानी के हजरतगंज में ग्लोब पार्क के मुख्य गेट के सामने रविवार सुबह विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रणजीत बच्चन (42) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात के वक्त वह अपने दोस्त आदित्य कुमार श्रीवास्तव के साथ मार्निंग वॉक पर निकले थे। बदमाश ने आदित्य को भी गोली मारी। वारदात में वह गंभीर रूप से घायल हो गये। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घायल को इलाज के लिए पहले सिविल अस्पताल फिर ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। दोपहर में घायल आदित्य की तहरीर पर हत्या व हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर पड़ताल शुरू की। 

चार पुलिस कर्मियों हुए निलंबित

इस मामले में शाम तक आधा दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। पुलिस इस हत्याकांड में लूट, पुरानी रंजिश, परिवारिक विवाद, लेनदेन सहित कई बिंदुओं पर पड़ताल कर रही है। पुलिस कमिश्नर ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर चौकी प्रभारी समेत चार पुलिस कर्मियों को निलंबित करने के साथ ही हत्या कांड के खुलासे के लिए 8 टीमें गठित कर एसटीएफ को भी लगा दिया है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हत्यारे की तस्वीर जारी करने के साथ ही पुलिस कमिश्नर ने 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया है।

आदित्य के बयान पर दर्ज हुआ मुकदमा

रणजीत बच्चन की हत्या के वक्त साथ टहल रहे आदित्य ने हजरतगंज थाने में बयान दिया है। इसी बयान पर पुलिस ने अज्ञात हमलावर के खिलाफ हत्या व हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है। आदित्य के मुताबिक वह अपने परिचित अभिषेक पटेल व उसकी पत्नी ज्योति के साथ शनिवार देर रात 3 बजे लखनऊ के ओसीआर स्थित रणजीत के आवास पर पहुंचे थे। सुबह पांच बजे रणजीत ने ही उसे जगाया और मार्निंग वॉक पर साथ चलने के लिए कहा। ग्लोब पार्क के पास पहुंचे थे कि बदमाश ने गोली मार दी। पुलिस ने बयान के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

हत्यारे ने हजरतगंज से शुरू किया था पीछा

पुलिस ने वारदात के बाद से ही ओसीआर से ग्लोब पार्क के बीच बताए गये रूट पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की। आवास से एक किलोमीटर दूर हजरतगंज में रणजीत पहुंचे दिखे। वहां से परिवर्तन चौक की तरफ मुड़े। हजरतगंज से पैदल जाते दिख रहे रणजीत के पीछे एक व्यक्ति शॉल ओढ़े चल रहा था। फुटेज में कुछ दूर बाद से यह संदिग्ध व्यक्ति नहीं दिखा। इसके बाद आदित्य ने शॉल ओढ़े व्यक्ति द्वारा गोली मारे जाने की बात कही। पुलिस फुटेज को अपने कब्जे में लेकर पड़ताल करने में जुट गई है।   

हत्याकांड के  खुलासे के लिए आठ टीमें व एसटीएफ लगी

हजरतगंज जैसे पॉश इलाके में सुबह हुई हिंदूवादी संगठन के नेता की हत्या के खुलासे के लिए पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने पुलिस व क्राइम ब्रांच की आठ टीमें लगाई हैं। वहीं एसटीएफ की एक टीम भी इस कांड की गुत्थी सुलझाने में लगायी गई है। दोपहर करीब 12 बजे एसटीएफ की एक टीम मौके पर पहुंची और वहां साक्ष्य जुटाए। इसके बाद आसपास वारदात के वक्त सक्रिय मोबाइल नंबरों का डिटेल जुटाना शुरू कर दिया गया है। पुलिस ने कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लगा दिया है। ताकि जल्द ही वारदात का खुलासा हो सके।

पत्नी भी निकली थीं साथ में टहलने

रणजीत बच्चन के चचेरे साले मनोज शर्मा चिनहट में रहते हैं। मनोज के मुताबिक रोज की तरह रविवार को रणजीत, उनकी पत्नी कालिंदी और रात में उनके फ्लैट में ठहरे आदित्य साथ में मार्निंग वॉक पर निकले थे। हजरतगंज चौराहे पर पहुंचने के बाद कालिंदी अलग हो गईं। रणजीत व आदित्य ग्लोब पार्क की तरफ चले गये। पुलिस रणजीत और कालिंदी के बीच विवाद के बारे में पूरी जानकारी जुटा रही है। पुलिस की एक टीम ने कालिंदी से भी पूछताछ की है।

शनिवार को मनाया था जन्मदिन

रणजीत का शनिवार को जन्मदिन था। इस मौके पर ओसीआर परिसर स्थित मंदिर में हवन पूजन का आयोजन किया गया था। वहां पर कई परिचित व महासभा से जुटे लोग भी पहुंचे थे। संगठन के लोगों के मुताबिक रणजीत काफी मुखर नेता थे। वह इस क्षेत्र में काफी समय से काम कर रहे हैं। हालांकि उनको सपा की सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा भी दिया गया था। उसी समय ओसीआर में सरकारी भवन का आवंटन भी किया गया था।

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